Career in Commerce: कॉमर्स का फील्ड हमारे रोजमर्रा के लेनदेन से जुड़ा है. मल्टी नेशनल कंपनी हो या स्टार्ट अप्स सबको हिसाब-किताब में माहिर प्रोफेशनल्स की जरूरत रहती है. कॉमर्स के फील्ड में करियर बनाने वालों के लिए नौकरी के दरवाजे कभी बंद नहीं होते.


स्टूडेंट्स के लिए 12वीं के बाद बीकॉम बढ़िया ऑप्शन है. बीकॉम के बाद अकाउंटिंग, टैक्सेशन, फाइनेंस, कंपनी लॉ, बैंकिंग, इंश्योरेंस, गुड्स अकाउंटिंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाया जा सकता है. सामान्य बीकॉम के अलावा आप बीकॉम (ऑनर्स), बीकॉम इन बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, बीकॉम इन फाइनेंशियल मार्केटिंग, बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड फाइनेंस की डिग्री भी ले सकते हैं. बीकॉम के स्टूडेंट्स के लिए कॉमर्स के अलावा लॉ, फॉरेन ट्रेड, मैनेजमेंट स्टडीज, ट्रेवल एंड टूरिज्म, इवेंट मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में भी करियर की संभावनाएं रहती हैं.


चार्टर्ड अकाउंटेंट


इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया सीए का कोर्स कराता है. इससे पहले कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट यानी सीपीटी पास करना होता है. सीए 12वीं पास करने के बाद भी किया जा सकता है. इसके लिए अकाउंटिग की अच्छी नॉलेज जरूरी है.


कंपनी सेक्रेटरी


कॉमर्स के स्टूडेंट्स के लिए कंपनी सेक्रेटरी या सीएस काफी प्रचलित कोर्स है. यह कोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया कराता है. कोर्स के बाद ट्रेनिंग पूरी करनी होती है.


कॉस्ट एंड वर्क अकाउंटेंट


इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट ऑफ इंडिया कॉस्ट अकाउंटेंसी का कोर्स कराता है. 12वीं पास स्टूडेंट्स भी एडमिशन ले सकते हैं. साल में दो बार प्रवेश परीक्षा होती है. एंट्रेंस एग्जाम होता है. फाउंडेशन कोर्स के बाद इंटरमीडिएट कोर्स पास करना होता है, जिसके बाद फाइनल एग्जाम होता है.


बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन


बीबीए तीन वर्ष का कोर्स है, जिसमें स्टूडेंट्स को बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की जानकारी दी जाती है. इसके बाद एमबीए किया जा सकता है. इसके बाद स्टूडेंट्स एचआर, सेल्स एंड मार्केटिंग, फाइनेंस आदि क्षेत्रों में नौकरी कर सकते हैं.


यह भी पढ़ें- ​एस्ट्रोलॉजी के शॉर्ट टर्म कोर्स से होगी फुल कमाई, ये हैं संभावनाएं


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI