16 लाख छात्रों को मिल सकती है राहत, CBSE दसवीं गणित की परीक्षा दोबारा नहीं- सूत्र
दसवीं के गणित का पेपर लीक करने के आरोप में दिल्ली से अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. दसवीं गणित का पेपर लीक हो गया था.
नई दिल्ली: सीबीएसई के 16 लाख छात्रों के लिए एक बड़ी खबर आई है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस बात की काफी संभावना है कि सीबीएसई के दसवीं गणित की परीक्षा दोबारा न कराई जाए. हालांकि इस पर अंतिम फैसला सीबीएसई को लेना है. बता दें कि दसवीं गणित का पेपर लीक हो गया था.
वहीं, सीबीएसई पेपर लीक मामले में सीबीएसई के परीक्षा विभाग में तैनात बड़े अधिकारी एस राणा को सस्पेंड कर दिया गया है. इससे पहले बारहवीं के इकोनॉमिक्स का पेपर लीक करने के आरोप में दिल्ली से तीन टीचर भी गिरफ्तार किए गए हैं.
सीबीएसई पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लगातार एनसीआर से लेकर हरियाणा तक छापेमारी की थी और आखिरकार पेपर लीककांड के तार दिल्ली के बवाना से जुड़ा मिला था. इसके सूत्रधार तीन लोग ऋषभ, रोहित और तौकीर हैं.
ऋषभ और रोहित बाहरी दिल्ली के मदर खजानी स्कूल में टीचर हैं. जबकि तौकीर पास के ही इजी क्लासेस नाम के कोचिंग सेंटर में पढ़ाता है. ये गिरफ्तारी 12वीं के इकनॉमिक्स के पेपर लीक के मामले में हुई है.
खुलासे के मुताबिक, क्वेशचन पेपर की सील को 10 बजे खोला जाना था. लेकिन मदर खजानी स्कूल के टीचर ऋषभ और रोहित ने 45 मिनट पहले ही उसे खोल कर उसकी फोटो क्लिक की और व्हाट्स एप पर तौकीर को भेज दिया. तौकीर ने इकनॉमिक्स के पेपर को अपने छात्रों को मैसेज कर दिया, जिन्हें वो ट्यूशन पढ़ाता था.
नियम के मुताबिक क्लास रूम में क्वेशचन पेपर छात्रों को पेपर 10:15 बजे मिलता है. 11 बजे तक छात्र क्लासरूम में परीक्षा देने के लिए दाखिल हो सकता है. विशेष परिस्थिति में 11.15 तक भी अनुमित मिल जाती है. यानी लीक पेपर को हासिल करने वाले छात्रों को करीब दो घंटे का समय मिल गया.
आपको बता दें कि बारहवीं का पेपर लीक होने पर दिल्ली में गिरफ्तारी हुई, लेकिन दसवीं के गणित का पेपर लीक करने के आरोप में दिल्ली से अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. गिरफ्तारी झारखंड के चतरा में हुई है.
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