सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गई है. वहीं अब सीबीएसई 12वीं बोर्ड के छात्रों को इवैल्यूएशन क्राइटेरिया जानने को लेकर काफी उत्सुकता है. वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 10वीं की बोर्ड परीक्षा, 11वीं की फाइनल परीक्षा और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर कक्षा 12 के स्टूडेंट्स का आकलन करने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है.
शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई द्वारा गठित 12 सदस्यीय एक्सपर्ट पैनल ने शनिवार को हुई बैठक में इस ऑप्शन पर चर्चा की थी.
सीबीएसई द्वारा लिया जाएगा इवैल्यूएशन क्राइटेरिया पर फाइनल फैसला
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "व्यापक सर्वसम्मति कक्षा 10 के बोर्ड, कक्षा 11 (वार्षिक) परीक्षा और कक्षा 12 के प्री-बोर्ड में प्राप्त अंकों को लेकर थी. प्रत्येक कॉम्पोनेंट को दिए जाने वाले सटीक वेटेज के बारे में मतभेद थे. इस संबंध में फाइनल फैसला सीबीएसई द्वारा ही लिया जाएगा.
1जून को 12वीं की परीक्षा कर दी गई थी रद्द
गौरतलब है कि 1 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद सीबीएसई की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. बैठक के दौरान कहा गया कि, "छात्रों को ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए."
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का निर्णय 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा इस वर्ष कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का समर्थन करने के बावजूद लिया गया था. इनमें से 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने या तो कम फॉर्मेट का समर्थन किया या केंद्र के फैसले का समर्थन करने के लिए सहमत हुए थे. केवल चार राज्यों - दिल्ली, महाराष्ट्र, गोवा और अंडमान और निकोबार - ने पेन-एंड-पेपर परीक्षाओं का क्लियरली विरोध किया था. वहीं सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द किए जाने के बाद अधिकांश राज्यों ने भी अपनी बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया है.
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