G20 Summit Logo On CBSE Board Admit Cards: सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुए कई दिन हो चुके हैं पर अभी तक कुछ लोग एडमिट कार्ड पर छपे जी20 प्रेसिडेंसी के लोगो को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं कर रहे हैं. कुछ इसे सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ का मानना है कि ऐसा नहीं होना चाहिए. हाल ही में ट्विटर में इस संबंध में रिएक्शन की बाढ़ आ गई. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने इस साल की क्लास दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के लिए जारी हुए एडमिट कार्ड में जी20 प्रेसिडेंसी का लोगो एड किया है. बोर्ड का कहना है कि इससे छात्रों में जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर अवेयरनेस बढ़ेगी.


भारत कर रहा है प्रतिनिधित्व


इस साल दिसंबर में इंडिया ने इंटरगवर्नमेंटल फोरम जी-20 की प्रेसिडेंसी ली और अब देशभर में अपने नेताओं के साथ 200 बैठकों की मेजबानी करेगा. सरकार ने इस बारे में स्कूलों और हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को कहा कि वे इसके महत्व को छात्रों तक पहुंचाएं और उन्हें इससे संबंधित एक्टिविटीज का हिस्सा भी बनाएं.


क्या कहना है बोर्ड का


इस बारे में सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन का कहना है कि देश में सेलिब्रेट होने वाली सभी बड़ी इवेंट्स के लोगो वे अपनी वेबसाइट और डॉक्यूमेंट्स पर जोड़ते हैं. जैसे पिछले साल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का लोगो इस्तेमाल किया गया था जो इंडिपेंडेंस के 75 साल पूरे होने का सेलिब्रेशन था. जी20 की अध्यक्षता करना बड़ी बात है और छात्रों को इस बारे में पता होना चाहिए.  


फिर छिड़ी बहस


ट्विटर पर इस लोगो को लेकर लोग दो धड़ों में बंटे दिखाई दे रहे हैं. एक तरफ जहां इसे कुछ लोग सही ठहराते हुए लिख रहे हैं कि साल 1998 में उन्होंने जब परीक्षा पास की तो आजादी के 50 साल पूरे होने का प्रमाण उनके सर्टिफिकेट्स पर था. इसी प्रकार इस एडमिट कार्ड पर जी20 के लोगो होने में कोई बुराई नहीं है.


वहीं कुछ लोगों का कहना था कि ये सरकार का अपना प्रचार करने का तरीका है. कुछ ने इसे कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पीएम की तस्वीर से जोड़ा और कहा कि शुक्र करो यहां उनकी फोटो नहीं है. किसी ने इसे राजनीति का हिस्सा बताया तो कोई बोला इसमें समस्या नहीं है और इससे बच्चे जी20 के बारे में जान पाएंगे.


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