CBSE Board Pending Exams 2020: सीबीएसई बोर्ड की कैंसिल परीक्षाओं को लेकर आया नया अपडेट, पढ़ें यहां
सीबीएसई बोर्ड की कैंसिल परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्टूडेंट्स के मन में कई प्रकार की जिज्ञासाएं हैं. ऐसे ही कुछ प्रश्नों के जवाब हम लाए हैं आपके लिए, जो कुछ हद तक आपकी जिज्ञासा को शांत करेंगे.
CBSE Question & Answer
सीबीएसई बोर्ड की क्लास 12वीं की वे परीक्षाएं जो 01 से 15 जुलाई के बीच आयोजित होनी थी, वे फिलहाल के लिए कैंसिल हो गयी हैं. इस बारे में सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि जब स्थितियां अनुकूल होंगी तो एग्जाम्स दोबारा कंडक्ट कराए जाएंगे. हालांकि इन परीक्षाओं को देने या न देने का पूरा अधिकार स्टूडेंट के पास है. वे चाहें तो परीक्षा दें और न चाहें तो न दें.
'अनुकूल' का मतबल होता है एक निश्चित स्थिति या परिणाम की संभावना बनना. यहां इस बात का मतलब कोविड 19 के दौरान अनुकूल स्थिति बनने से है. यानी की स्थितियां इस लायक हों, जिनमें परीक्षाएं आयोजत की जा सकें. मोटे तौर पर कहा जाए तो इसका यहां मतलब है कि कोरोना केसेस में कमी आए या कोई और मजबूत तरीका निकाला जा सके जिससे कोरोना से बचाव हो सके. ऐसा कुछ होने पर ही परीक्षाएं आयोजित हो पाएंगी. सेंट्रल गर्वनेंट के तहत आने वाली एचआरडी मिनिस्ट्री यह तय करेगी की स्थितियां कब अनुकूल हैं.
सेंटर ने एपेक्स कोर्ट को इस बारे में यह बताया है कि किसी पर्टिकुलर विषय में अंक देने के लिए स्टूडेंट के उस विषय की पिछली तीन परीक्षाओं को कंसीडर किया जाएगा. इसमें इंटर्नल ऐसेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क, असाइमेंट्स आदि भी काउंट किये जा सकते हैं. हालांकि इस बारे में अभी सीबीएसई का कोई आधिकारिक नोटिस जारी नहीं हुआ है. जल्द ही नोटिस जारी होगा जिसमें आप अंकों के बारे में डिटेल में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
सीबीएसई ने अभी इस बारे में कोई तारीख घोषित नहीं की है. पर एग्जाम न देकर इंटर्नल ऐसेसमेंट से अंक पाने का विकल्प चुनने के लिए आपको एक निश्चित समय दिया जाएगा. इसको लेकर बिल्कुल भी चिंतित न हों.
नहीं आप इंटर्नल ऐसेसमेंट या एग्जाम देने में से कोई एक विकल्प ही चुन सकते हैं. अगर आप परीक्षा देने का चुनाव करते हैं तो इन परीक्षा में पाए गए अंक ही अंतिम माने जाएंगे. नये नोटिफेकिशन में इस बाबत अगर कोई सूचना आती है तो इसकी जानकारी आप तक पहुंचायी जाएगी.
1. परीक्षाएं कैंसिल हो जाने के बाद अब सीबीएसई बोर्ड कुछ बिंदु हैं, जिनको ध्यान में रखकर स्टूडेंट्स का रिजल्ट डिक्लेयर करेगा.
2. 10वीं और 12वीं के वे स्टूडेंट्स जिनकी सभी विषयों की परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं, उन्हें इन परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर ही अंक दिए जाएंगे.
3. वे स्टूडेंट्स जो तीन से ज्यादा विषयों की परीक्षा दे चुके हैं, उनके तीन विषयों के अंकों के आधार पर रिजल्ट डिक्लेयर होगा. ये तीन विषय वो होंगे जिसमें स्टूडेंट के सबसे अच्छे अंक आये होंगे.
4. वे स्टूडेंट्स जो कुल तीन विषयों की ही परीक्षा दे पाए हैं, उनके दो विषयों के अंक कंसीडर किए जाएंगे, जिसमें उनके सबसे अच्छे अंक आये होंगे.
5. वे स्टूडेंट्स जो केवल एक विषय की परीक्षा दे पाएं हैं, उन्हें, इंटर्नल/प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट एसेसमेंट के आधार पर अंक दिए जाएंगे. हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या काफी कम है. अधिकतर पूर्वी दिल्ली के स्टूडेंट्स ही इस श्रेणी में आते हैं.
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