केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि प्राइवेट कैटेगिरी के उम्मीदवारों के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षाएं सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई नीति के अनुसार 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आयोजित की जाएंगी. सीबीएसई ने कहा कि रेग्यूलर उम्मीदवारों के लिए तय की गई ऑल्टरनेटिव इवैल्यूएशन पॉलिसी के आधार पर प्राइवेट कैंडिडेट्स के परिणाम घोषित नहीं किए जा सकते हैं, क्योंकि "इन छात्रों के लिए न तो स्कूल और न ही सीबीएसई के पास इनका कोई पिछला मूल्यांकन रिकॉर्ड है."
कौन होते हैं प्राइवेट छात्र
सीबीएसई ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि रेग्यूलर छात्र वे हैं जो सीबीएसई से एफिलिएटेड स्कूलों में पढ़ रहे हैं और पहली बार कक्षा 10वीं या कक्षा 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं. वहीं प्राइवेट कैंडिडेट्स में वे शामिल हैं जो पहले सीबीएसई में रेग्यूलर छात्र थे और पहले या दूसरे अटैम्पट में क्वालिफाई करने में फेल रहे या इम्प्रूवमेंट के लिए परीक्षा देना चाहते हैं. दिल्ली पत्राचार बोर्ड से परीक्षा देने वाले छात्र भी प्राइवेट कैंडिडेट्स की कैटेगिरी में आते हैं.
निजी उम्मीदवारों का कोई रिकॉर्ड सीबीएसई के पास नहीं है
बता दें कि इस साल सीबीएसई भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अप्रूव पॉलिसी के अनुसार रेग्यूलर स्टूडेंट्स का परिणाम घोषित करेगा.रेग्यूलर छात्रों के मामले में, स्कूलों के पास करंट ईयर के दौरान किए गए मूल्यांकन का रिकॉर्ड है इसी आधार पर 10वीं 12वीं रेग्यूलर छात्रों के परिणाम घोषित किए जा सकते हैं. " रिलीज में आगे कहा गया है कि "नियमित छात्रों के लिए स्कूलों द्वारा यूनिट टेस्ट, मिड-टर्म और प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित की गई थी और इस प्रकार इन छात्रों का इवैल्यूएशन इसी आधार पर किया गया है. हालांकि, निजी उम्मीदवारों के मामले में, कोई रिकॉर्ड नहीं है जिसके आधार पर उनका मूल्यांकन परीक्षा आयोजित किए बिना नहीं किया जा सकता है. इसीलिए टैब्यूलेशन पॉलिसी को प्राइवेट स्टूडेंट्स के लिए लागा नहीं किया जा सकता है.
कम से कम समय में घोषित किया जाएगा प्राइवेट कैंडिडेट्स का रिजल्ट
सीबीएसई ने कहा है कि, “बोर्ड 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच प्राइवेट कैटेगिरी के छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित करेगा और हायर एजुकेश में एडमिशन के लिए किसी भी तरह की दिक्कत से बचाने के लिए उनका परिणाम भी कम से कम समय में घोषित किया जाएगा। इस संबंध में अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी. "
प्रेस रिलीद में आगे कहा गया है, "यूजीसी और सीबीएसई सभी छात्रों के हितों को देख रहे हैं और यूजीसी इन छात्रों के परिणाम के आधार पर प्रवेश कार्यक्रम को सिंक्रनाइज़ करेगा जैसा कि यूजीसी ने 2020 में किया था. "
ये भी पढ़ें
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI