नई दिल्लीः CCS University Could Add Coronavirus Study in Diploma Course: इस समय जब पूरा विश्व कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रहा है, ऐसे में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी ने एकदम नई पहल करने की कोशिश की है. यूनिवर्सिटी की योजना है कि अगर एकेडमिक काउंसिल से अप्रूवल मिल गया तो अगले साल तक वह कोरोना वायरस स्टडी को डिप्लोमा कोर्स के सिलेबस के रूप में लांच कर देगी. सीसीएस यूनिवर्सिटी योजना बना रही है कि कोरोना वायरस स्टडी (एसएआरएस – सीओवीटू) को डिजास्टर मैनेजमेंट का अंग बनाकर एक साल के डिप्लोमा कोर्स के रूप में लांच किया जाये. अगर काउंसिल से आज्ञा मिल जाती है तो हो सकता है अगले साल तक कोरोना वायरस कॉलेज स्टडी का हिस्सा बन जाये.


अन्य जानकारियां –


यह कोर्स सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्स होगा. इसे विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के समक्ष परमीशन के लिये प्रस्तुत किया जायेगा. यही नहीं तीन मौजूदा विज्ञान पाठ्यक्रमों में भी कोरोना वायरस को शामिल करने का प्रस्ताव रखा जायेगा. इस बारे में बात करते हुये यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. एन के तनेजा का कहना है कि, कोरोना वायरस स्टडी (एसएआरएस – सीओवीटू) के प्रस्तावित अध्ययन के लिए पाठ्यक्रम को तैयार करने की जिम्मेदारी प्राणी विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान विभाग के हेड्स को सौंपी गयी है. उनका कहना है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुये कोरोना की पढ़ाई लाभदायक सिद्ध हो सकती है.


अगले दो माह में हो सकता है कोर्स आरंभ –


इस बारे में वीसी ने आगे कहा कि "कोरोनावायरस पर अध्ययन सामग्री को नए डिप्लोमा पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा, जिसे अगले दो महीनों के आरंभ किया जाएगा. यह एक सेल्फ फाइनेंस्ड पाठ्यक्रम होगा, जिसके लिए सैद्धांतिक मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है. विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद के सामने इसे बाकी जरूरी अप्रूवल के लिये रखा जाएगा .” यह कोर्स दो सेमेस्टर्स में बंटा होगा. पहले सेमेस्टर में इसे फ्लड्, लैंड स्टॉर्म्स, सी स्टॉर्म्स के साथ पढ़ाया जायेगा. वहीं दूसरे सेमेस्टर में जूलॉजी और बॉटनी विभाग की मदद से नोवेल कोरोना वायरस को पढ़ाया जायेगा. जहां तक इस कोर्स की फीस की बात है तो वह अप्रूवल मिलने के बाद तय होगी.


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