Class 10th Dropout Rate In India: इंडिया में अभी भी क्लास दसवीं में पढ़ाई छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में कमी नहीं आयी है. साल 2021-22 के आंकड़े बताते हैं कि दसवीं में 20.6 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने पढ़ाई छोड़ दी. इसमें सबसे ऊपर जिस राज्य का नाम है वह है ओडिशा, इसके बाद बिहार का नंबर आता है. इन राज्यों में स्टूडेंट ड्रॉपआउट रेट बहुत ज्यादा है. ये जानकापी सोमवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में दी गई.


पहले से कम हुआ है


स्कूल ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स की संख्या अभी भी बहुत ज्यादा है लेकिन अगर पिछले सालों से तुलना करें तो इसमें गिरावट आयी है. साल 2018-19 में ये 28.4 परसेंट थी. इसका मतलब है कि उसके अगले साल इस रेट में करीब 8 परसेंट की कटौती हुई.


ओडिशा और बिहार का हाल-बेहाल


इस मामले में जो राज्य सबसे बुरी स्थिति में हैं, उनमें नंबर वन पर है ओडिशा. यहां का स्टूडेंट ड्रॉपआउट रेट 49.9 परसेंट रिकॉर्ड किया गया. यानी दसवीं में आने वाले लगभग आधे छात्र बीच में ही पढ़ाई अधूरी छोड़ देते हैं. वहीं दूसरे नंबर पर रहा बिहार जहां का ड्रॉपआउट रेट 42.1 परसेंट रहा.


इतने स्टूडेंट हुए फेल


टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक यूनियन एजुकेशन मिनिस्टर ने एक सवाल के जवाब में बताया की साल 2022 में 1,89,90,809 स्टूडेंट्स ने दसवीं की परीक्षा दी और 29,56,138 स्टूडेंटस अगली क्लास यानी ग्यारहवीं में नहीं गए.


किस राज्य में क्या है स्थिति


ओडिशा और बिहार के बाद जो राज्य इस लिस्ट में है उनके नाम हैं मेघालय – 33.5 परसेंट, कर्नाटक – 28.5 परसेंट, आंध्र प्रदेश – 28.3 परसेंट, असम – 28.3 परसेंट. गुजरात और तेलांगना इसके बाद सूची में आते हैं.


यहां ठीक रहे हाल


जिन राज्यों में स्टूडेंट्स ड्रॉपआउट रेट कम रहा वे इस प्रकार हैं -  मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और मणिपुर. इनका ड्रॉपआउट रेट क्रमश: ये रहा – 9.8, 9.2, 9, 3.8, 2.5, 7.4, 1.3 और जीरो परसेंट. 


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