सीबीएसई सहित देश के कई राज्यों के बोर्ड ने अपनी 10वीं 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. इसी के साथ ही कई राज्यों ने बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम तैयार करने का फॉर्मूला भी घोषित कर दिया है. अब 12वीं कक्षाओं के छात्रों को बेसब्री से उनका रिजल्ट घोषित किए जाने का इंतजार है. वहीं आज सुप्रीम कोर्ट में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर हुई सुनवाई के दौरान सर्वोच्च अदालत ने सभी स्टेट बोर्ड्स को आदेश दिया कि 31 जुलाई से पहले नतीजे घोषित कर दिए जाएं.
आंतरिक मूल्यांकन को 10 दिनों के भीतर तैयार किया जाए
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि राज्य बोर्डों को कक्षा 12 की परीक्षाओं के लिए एक आंतरिक मूल्यांकन योजना तैयार करने और मूल्यांकन के आधार पर परिणाम 31 जुलाई तक घोषित करने की आवश्यकता है. इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने कहा कि आंतरिक मूल्यांकन को 10 दिनों के भीतर तैयार किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने CBSE और CISCE बोर्डों को छात्रों के इवैल्यूएशन के लिए वैकल्पिक मूल्यांकन मानदंड तैयार करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था. दोनों ही बोर्डों ने पिछले सप्ताह मूल्यांकन मानदंड की जानकारी सुप्रीम कोर्ट में दी थी जिसे शीर्ष अदालत ने मंजूरी दी और "निष्पक्ष और उचित" कहा था.बता दें कि राज्य बोर्डों की तरह सीबीएसई और सीआईएससीई द्वारा आयोजित मेन एग्जाम्स के रिजल्ट भी 31 जुलाई तक घोषित करने होंगे.
21 राज्यों ने बोर्ड परीक्षा की रद्द 6 राज्यों ने की आयोजित
गौरतलब है कि अब तक 21 राज्यों ने बोर्ड परीक्षा रद्द की है और 6 राज्यों ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित की है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले उन राज्यों को नोटिस जारी किया था जिन्होंने अभी तक अपनी बोर्ड परीक्षा रद्द नहीं की थी.
बिहार राज्य 12वीं का परिणाम पहले ही कर चुका है जारी
वहीं बिहार राज्य ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम 26 मार्च 2021 को ही जारी कर दिया था. हाल ही में 12वीं स्क्रूटनी का रिजल्ट घोषित किया गया था. 12वीं की स्क्रूटनी परीक्षा फरवरी 2021 में आयोजित की गई थी. जो छात्र अपने BSEB 12वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट थे उन्होंने आधिकारिक साइट पर स्क्रूटनी की परीक्षा के लिए आवेदन किया था.
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