(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अगर 1 लाख रुपये का है बजट, तो 12वीं के बाद बच्चे को कराएं ये कोर्स
Courses After 12th: बारहवीं के बाद बच्चे को ऐसा कौन सा कोर्स कराएं जिसकी फीस एक लाख रुपये से ज्यादा न हो. यहां देखें ऐसे ऑप्शन की लिस्ट जिनका चुनाव आप कर सकते हैं.
Courses After 12th Under 1 Lakh Rupees: बच्चे के बारहवीं करने के बाद अक्सर ये सवाल उठता है कि अब उसे कौन सा कोर्स चुनना चाहिए. इसमें स्ट्रीम से लेकर, च्वॉइस, इंट्रेस्ट आदि के अलावा एक और फैक्टर काम करता है कि उस कोर्स की फीस कितनी है. कई बार पेरेंट्स ज्यादा फीस एफोर्ड करने की कंडीशन में नहीं होते. अगर आप भी एक ऐसे पैरेंट हैं जो बच्चे को कोई ऐसा कोर्स कराना चाहते हैं जिसकी फीस एक लाख रुपये के अंदर ही हो तो यहां दिए विकल्पों में से चुन सकते हैं. इनकी फीस अलग-अलग राज्य और कॉलेज के हिसाब से अलग है लेकिन मोटे तौर पर एक लाख रुपये के अंदर ये कोर्स किए जा सकते हैं.
चुन सकते हैं ये कोर्स
12वीं के बाद बच्चे की स्ट्रीम के मुताबिक उसे बीए, बीएससी या बीकॉम कोर्स में एडमिशन दिला सकते हैं. अगर अच्छे गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन दिलाएंगे तो फीस भी कम लगेगी और यहां से किए गए कोर्स की वैल्यू भी अच्छी होगी. उदाहरण के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम में किए गए अंडर ग्रेजुएट कोर्स को काफी वैल्यू दी जाती है. हालांकि यहां एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स को प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है और सीटों की इतनी मारामारी है कि आसानी से प्रवेश नहीं मिलता. कम पैसे में अच्छी यूनिवर्सिटी से कोर्स करने का एक ही मंत्र है कड़ी मेहनत और एंट्रेंस एग्जाम निकालना.
इतनी हो सकती है फीस
यूजी कोर्स के लिए फीस कोर्स, कॉलेज और स्ट्रीम जैसे बहुत से फैक्टर्स पर निर्भर करती है पर मोटे तौर पर आप इस पैसे में कोर्स पूरा कर सकते हैं. बीए 5 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक में. बीएससी 8 हजार से लेकर एक लाख तक में और बीकॉम 10 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक फीस देकर किया जा सकता है. हालांकि तय फीस बताना मुमकिन नहीं होगा ये केवल एक संभावित फीस है क्योंकि शुल्क को लेकर हर यूनिवर्सिटी के नियम अलग होते हैं. बेहतर होगा इस बारे में पहले से पता कर लें.
ये भी हैं ऑप्शन
डिग्री के अलावा कुछ डिप्लोमा और डिस्टेंस लर्निंग कोर्स भी हैं जो इस फी स्ट्रक्चर के अंतर्गत किए जा सकते हैं. आप अपनी च्वाइस और स्कोप के मुताबिक इनका चुनाव कर सकते हैं. हालांकि किसी भी कोर्स के चुनाव के समय जो नियम सबसे अधिक लागू होता है वो है रुचि. ट्रेंड या सैलरी देखकर कोर्स न चुनें क्योंकि जब आपका दिल ही उस पढ़ाई में नहीं लगेगा तो आप उससे भविष्य कैसे बनाएंगे. इसलिए कोर्स का चुनाव सोच-समझकर करें और ये याद रखें कि कुछ क्षेत्रों को छोड़कर गवर्नमेंट कॉलेजों से अच्छे कोर्स किए जा सकते हैं.
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