दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज उन छात्रों का डेटा इकट्ठा कर रहे हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को कोरोना संक्रमण की वजह से खो दिया है ताकि ऐसे स्टूडेंट्स की यूनिवर्सिटी एजुकेशन के लिए सहायता की जा सके.
कोविड से माता-पिता खो चुके छात्रों को डीयू देगा मुफ्त शिक्षा
कोविड -19 से मरने वाले विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और छात्रों को श्रद्धांजलि देते हुए, कार्यवाहक वाइस चांसलर पीसी जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय मृतक कर्मचारियों की पेमेंट क्लियर करने का काम कर रहा है इसके साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी के वे सभी स्टूडेंट्स जिन्होंने कोरोना महामारी की वजह से अपने माता-पिता को खो दिया है उन्हें जब तक वे विश्वविद्यालय में हैं तब तक मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी.
डेटा इकट्टा करने में लग सकता है समय
गौरतलब है कि डीयू प्रशासन ने सोमवार को कॉलेजों से उन छात्रों की संख्या के बारे में जानकारी देने के लिए कहा था जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को संक्रमण से खो दिया है. वहीं कई कॉलेज प्रिंसिपल्स का कहना है कि फिलहाल सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही हैं और कोरोना महामारी की वजह से भी छात्रों से फिजिकल संपर्क नहीं हो पा रहा है इसलिए ये डेटा इकट्ठा करने में कुछ समय लग सकता है.
डीयू ने कोविड-19 प्रभावित लोगों के लिए शुरू की टेली-काउंसलिंग
इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय ने हेल्पलाइन नंबर 1149127700 के माध्यम से जिला मजिस्ट्रेट (मध्य जिला) के सहयोग से कोविड -19 से प्रभावित व्यक्तियों और परिवारों के लिए एक ऑनलाइन टेली-काउंसलिंग पहल भी शुरू की है. इस पहल का उद्देश्य कोविड से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए परामर्श सलाह और भावनात्मक समर्थन प्रदान करना है वहीं डीयू के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने कहा, “हम वर्तमान में स्थिति का जायजा लेने, डेटा एकत्र करने की प्रक्रिया में हैं, और इस प्रोसेस में थोड़ा समय लग सकता है."
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