DGP: पुलिस विभाग में डीजीपी (Director General of Police) का पद सबसे ऊंचा और जिम्मेदारी भरा होता है. पूरे राज्य की पुलिस व्यवस्था की कमान डीजीपी के हाथों में होती है. लेकिन इस पद तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है. तो चलिए, जानते हैं डीजीपी बनने की प्रक्रिया, योग्यता और इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी.


कैसे बनते हैं डीजीपी?


डीजीपी बनने के लिए सबसे पहले आपको आईपीएस बनना होगा. इसके लिए उम्मीदवार को ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद यूपीएससी (UPSC) का सिविल सेवा परीक्षा देनी होगी, जिसमें सफल होने के बाद उम्मीदवार को आईपीएस के पद पर नियुक्ति मिलती है. आईपीएस बनने के बाद, कई सालों की सेवा और प्रमोशन के बाद ही आप डीजीपी बन सकते हैं. यह एक लंबी और मेहनत भरी प्रक्रिया है. जिसमें केवल वही सफल होते हैं जो निरंतर प्रयास करते हैं.


यह भी पढ़ें: IPS Prashant Kumar: यूपी पुलिस के सबसे बड़े अफसर के पास इतनी डिग्रियां, 300 से ज्यादा एनकाउंटर में रहे शामिल


डीजीपी बनने की योग्यता



  • सबसे पहले उम्मीदवार को 12वीं पास होना जरूरी है, किसी भी स्ट्रीम से.

  • इसके बाद उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी.

  • डीजीपी बनने के लिए यूपीएससी द्वारा संचालित आईपीएस परीक्षा को पास करना अनिवार्य है. केवल आईपीएस अधिकारी ही प्रमोशन पाकर डीजीपी बन सकते हैं.


आयु सीमा


डीजीपी बनने के लिए जरूरी आईपीएस परीक्षा की आयु सीमा इस प्रकार है-



  • सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 21 से 30 वर्ष.

  • ओबीसी वर्ग के लिए 3 साल की छूट दी जाती है, यानी अधिकतम आयु 33 वर्ष.

  • एससी/एसटी वर्ग के लिए आयु सीमा में 5 साल की छूट दी गई है, यानी अधिकतम आयु 35 वर्ष.


यह भी पढ़ें- IAS Success Story: जिम्मेदारियों से लेकर बैडमिंटन तक सब जगह हिट हैं IAS सुहास एल वाई, इस ब्रांच में की है इंजीनियरिंग


डीजीपी का वेतन


डीजीपी पुलिस विभाग का सबसे ऊंचा पद होने के कारण सबसे उच्चतम वेतन भी इसी पद को मिलता है. डीजीपी की मासिक सैलरी लगभग 2,25,000 तक होती है. इसके साथ-साथ उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं. इनमें सरकारी आवास और उसमें चौकीदार, रसोइया जैसी सेवाएं. एक सरकारी वाहन और ड्राइवर की सुविधा. मेडिकल इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं. फ्री बिजली और फ्री टेलीफोन की सुविधा शामिल हैं.


डीजीपी की जिम्मेदारियां


डीजीपी की जिम्मेदारी में पूरे राज्य की पुलिस व्यवस्था को सही दिशा में चलाना, अपराध रोकने के लिए नीतियां बनाना और कानून व्यवस्था बनाए रखना शामिल है. एक डीजीपी को यह सुनिश्चित करना होता है कि राज्य में कानून का पालन हो और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से निपटा जा सके.


यह भी पढ़ें: 2017 के UPSC टॉपर अनुदीप दुरीशेट्टी की मार्कशीट वायरल, मिले थे इतने नंबर कि आज तक नहीं टूटा रिकॉर्ड


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI