DU ने वार्ड कोटा के तहत बढ़ाई सीटें, टीचिंग-नॉन टीचिंग स्टाफ के बच्चों को मिलेगा एडमिशन
डीयू ने यूजी कोर्सेज में वार्ड कोटे में सीटों की संख्या बढ़ाकर 16 कर दी है. इन सीटों में 8 सीटें टीचिंग स्टाफ के बच्चों के लिए हैं और बाकी की 8 सीटें नॉन टीचिंग स्टाफ के बच्चों के लिए रिजर्व हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने वार्ड कोटा के तहत इस सेशन से सीटों में इजाफा कर दिया है.एकेडमिक सेशन 2021-22 में डीयू में एडमिशन लेने जा रहे छात्रों को इसका फायदा मिलेगा. यूजी कोर्सेज में वार्ड कोटा के तहत एक कोर्स के 400 में से 16 स्टूडेंट्स को इसका लाभ मिलेगा. दिल्ली विश्वविद्यालय ने यूजी कोर्सेज में वार्ड कोटे में सीटों की संख्या बढ़ाकर 16 कर दी है. इन बढ़ाई गई सीटों में 8 सीटें टीचिंग स्टाफ के बच्चों के लिए हैं और बाकी की 8 सीटें नॉन टीचिंग स्टाफ वालों के बच्चों के लिए रिजर्व हैं.
इन आठ-आठ सीटों पर 4 सीटें मैरिट के आधार पर होने वाले एडमिशन के लिए हैं जबकि बाकी की चार सीटें एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर होने वाले एडमिशन के लिए निर्धारित की गई हैं.
वार्ड कोटा सीट का ये है सिस्टम
डीयू एकेडमिक काउंसिल के नियम के मुताबिक कॉलेज में किसी भी यूजी कोर्स में 400 या उससे ऊपर सीटों पर 16 सीटें वार्ड कोटे के लिए रिजर्व होती हैं. वहीं 201 से 399 सीटों में 12 सीटें रिजर्व होती हैं जबति 101 से 200 सीटें होने पर 8 सीटें आरक्षित होती हैं जबकि 51 से 100 सीटों पर 4 और 50 सीटें होने पर 2 सीटें वार्ट कोटे के लिए रिजर्व होती हैं.
पीजी कोर्सेज में दो सीटें टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए रिजर्व
बात करें पीजी कोर्सेज में वार्ड कोटा में आरक्षित सीटों की तो एकेडमिक काउंसिल के मुताबिक पीजी कोर्सेज में 50 सीटों पर वार्ड कोटा के तहत 2 सीटें आरक्षित होती हैं. एक सीट मैरिट के आधार पर भरी जाती है जबकि दूसरी सीट पर प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन होता है. गौरतलब है कि इसमें टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को अलग नहीं किया गया है बल्कि दोनों को ही मिलाकर 2 सीटें अलॉट की गई हैं.
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