IBPS Clerk Exam 2021 Preparation Tips: दिसंबर में होगी प्रीलिम्स परीक्षा 2021, यहां जानें सेक्शन वाइज एग्जाम की तैयारी के Tips
IBPS Clerk Exam 2021: क्लर्क प्रीलिम्स परीक्षा दिसंबर 2021 में होगी. जो उम्मीदवार परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए वे सेक्शन वाइज तैयारी के इन टिप्स की मदद से एग्जाम में अच्छा स्कोर कर सकेंगे.
IBPS Clerk Exam 2021 Preparation Tips: आईबीपीएस एग्जाम कैलेंडर 2021 के अनुसार, क्लर्क प्रीलिम्स परीक्षा दिसंबर 2021 में और मेन्स जनवरी 2022 में विभिन्न शहरों में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी. जो उम्मीदवार आईबीपीएस (IBPS) क्लर्क प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अच्छा स्कोर करने के लिए अपनी तैयारी को एक स्ट्रेटजी बनाकर मजबूत करना चाहिए. आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा की तैयारी के टिप्स उम्मीदवारों को एक प्रॉपर स्टडी प्लानिंग करने में मदद करेंगे और ऐसा कर उम्मीदवार हर टॉपिक के लिए अपना टाइम डिवाइड कर सकेंगे.
IBPS क्लर्क परीक्षा दो चरणों में होती है
IBPS क्लर्क परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाती है- (i) प्रारंभिक परीक्षा और (ii) मुख्य परीक्षा. सफलतापूर्वक नौकरी पाने के लिए उम्मीदवारों को दोनों चरणों को क्लियर करना अनिवार्य है. प्रारंभिक परीक्षा सिर्फ मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए है. उम्मीदवारों का सिलेक्शन मुख्य परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा. चलिए यहां जानते हैं प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी के टिप्स और ट्रिक्स
IBPS क्लर्क प्रीलिम्स परीक्षा पैटर्न
प्रीलिम्स परीक्षा केवल मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए आयोजित की जाती है, इसमें केवल कट-ऑफ क्लियर करने की जरूरत होती है. हालांकि, यह बेहतर है कि आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा की तैयारी शुरुआत से ही ठीक से की जाए न कि केवल कट ऑफ क्लियर करने के लिए क्योंकि प्रीलिम्स के तीन सेक्शन मुख्य परीक्षा में भी होते हैं. प्रारंभिक परीक्षा एक घंटे की अवधि की होती है. प्रीलिम्स परीक्षा में इंग्लिश लैंग्वेज सेक्शन के 30 प्रश्न पूछे जाएंगे और ये 30 मार्क्स के होंगे इस सेक्शन को सॉल्व करने के लिए 20 मिनट का समय होगा. क्वांटिटेटिव एप्टीट्यूड में भी 35 मार्क्स के 35 प्रश्न पूछे जाएंगे. इन्हें सॉल्व करने के लिए 20 मिनट का समय होगा. वहीं रीजनिंग एबिलिटी सेक्शन से 35 प्रश्न पूछे जाएंगे जो 35 मार्क्स के होंगे और इस सेक्शन को हल करने के लिए भी 20 मिनट का समय होगा. यानी परीक्षा कुल 100 मार्क्स की होगी जिसमें 100 ही प्रश्न होंगे और एग्जाम की ड्यूरेशन 60 मिनट यानी 1 घंटा होगी.
IPBS प्रीलिम्स परीक्षा 2021 में इंग्लिश सेक्शन की तैयारी के TIPS
यह सेक्शन इंग्लिश लैंग्वेज में आपकी बेसिक प्रोफिशिएंसी का टेस्ट करता है. इस सेक्शन में वोकैबलरी, बेसिक इंग्लिश ग्रामर, कॉम्प्रिहेंशन आदि की अच्छे से तैयारी करनी चाहिए. इसके लिए रेगुलर बेसिस पर न्यूजपेपर्स, मैग्जीन पढ़नी चाहिए और नए शब्दों को नोट करना चाहिए. यह आपकी पढ़ने की स्पीड को बढ़ाने में भी आपकी मदद करेगा. इसके साथ ही बेसिक ग्रामर के रूल्स को भी पॉलिश करें. साथ ही प्रैक्टिस प्रश्नों को भी रेगुलर बेसिस पर सॉल्व करें.
न्यूमेरिकल एबिलिटी की तैयारी के Tips
यह आईबीपीएस क्लर्क प्रारंभिक परीक्षा का सबसे मुश्किल सेक्शन होता है क्योंकि इसमें काफी फॉर्मूलों का यूज करना होता है. हालांकि, अगर आपकी इस सेक्शन की तैयारी स्ट्रांग है तो आप इसमें काफी अच्छा स्कोर कर सकते हैं. इस सेक्शन की तैयारी के लिए हर टॉपिक के फार्मूले को याद करें. फॉर्मूलों में महारत हासिल करने के लिए नियमित रूप से प्रैक्टिस करें. प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए ट्रिक्स और शॉर्टकट सीखें. फॉर्मूले को नियमित रूप से रिवाइज करें और उन विषयों के प्रश्नों को हल करें जो आपको कठिन लगते हैं.
रीजनिंग एबिलिटी की तैयारी के Tips
अगर आपने हर टॉपिक के पीछे के लॉजिक को समझ लिया है और बहुत प्रैक्टिस की है तो यह सेक्शन काफी स्कोरिंग है. इसलिए हर टॉपिक के पीछे की थ्योरी को समझे. रोज किन्हीं तीन विषयों से 20 प्रश्नों को सॉल्व करें.
टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें
चूंकि प्रीलिम्स परीक्षा 1 घंटे की होती है, इसलिए टाइम मैनेजमेंट पर अतिरिक्त ध्यान दें. प्रैक्टिस प्रश्नों को समयबद्ध तरीके से सॉल्व करें.
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें
प्रीलिम्स परीक्षा क्लियर करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करना एक दमदार टूल है, जिसके द्वारा स्टूडेंट्स अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करने से स्टूडेंट्स जान सकते हैं कि उनकी तैयारी में क्या कमी है, वे अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण कर सकते हैं और कमजोरियों को दूर करने का मौका पा सकते हैं. इसके अलावा, जब स्टूडेंट को यह समझ में आ जाता है कि सभी प्रश्नों के उत्तर लिखने में उसे कितना समय लगता है, तब समय-सीमा का दबाव कम करने में मदद मिलती है और प्रश्नपत्र के प्रकार और पैटर्न पर उसकी पकड़ मजबूत हो जाती है.
ज्यादा मॉक टेस्ट लें
परीक्षा की तैयारी करते समय कमजोरी वाले विषयों को जानने के लिए कई मॉक टेस्ट सॉल्व करना महत्वपूर्ण है, बार-बार मॉक टेस्ट हल करने से परीक्षा के प्रति आपका नजरिया बेहतर होता है, क्योंकि इससे न केवल परीक्षा में सफल होने की संभावना बढ़ती है बल्कि उम्मीदवार अपनी पढ़ाई के विषयों की प्राथमिकता तय कर सकते हैं.
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