अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज में एक शूटआउट में मौत के बाद एक शब्द काफी ट्रेंडिंग है. जी हां इन दोनों भाइयों की मौत के बाद एक शब्द काफी चर्चा में जो है "माफिया". दरअसल माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को माफिया ब्रदर्स के नाम से भी जाना जाता था. आइए जानते हैं कि "माफिया" शब्द कहां से आया और इसके असल में मतलब है क्या...


आपको बता दें कि "माफिया" शब्द हिंदी का नहीं है साथ ही ये शब्द भारत का भी नहीं है. ये एक इटैलियन शब्द है, जिसका उपयोग भी सबसे पहले इटली में ही हुआ था. किसी भी एक व्यक्ति या गुंडे को माफिया नहीं कहा जाता है. ये एक प्रकार का अपराधी संगठन होता है जो कई गुंडों, उनके अनुयायियों और उनसे संबंधित लोगों को सम्मिलित करता है. यह संगठन कई तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होते हैं. "माफिया" शब्द का इस्तेमाल उन संगठनों के सन्दर्भ में होता है जो बड़े संगठित रूप से अपराध करते हैं साथ कई तरह के व्यवसायों में भी निवेश करते हैं.


किस तरह के होते हैं काम


आपको बता दें कि इटली में अपराधियों ने अपराध को संगठित किया था. उन्होंने अपराध में एक संस्थान की तरह कई पद बनाए. इसमें सबसे ऊपर माफिया को रखा गया. "माफिया" हिंसा के अलावा धमकी देकर रुपयों की उगाही करना, बंदूक के दम पर लोगों को अपने नियम मानने पर मजबूर करना, धमकी, हत्या, ड्रग्स सप्लाई, तस्करी जैसे कामों में शामिल होता है. इसके अलावा माफिया दो गुटों के बीच समझौते कराने का काम भी करवाता है.


माफिया के अन्य नाम?


अलग-अलग देशों में इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है. नाइजीरिया में इस तरह के संगठनों को "FY गैंग" व "FYG" कहा जाता है. इसके अलावा कई अफ़्रीकी देशों में ऐसे संघठनो को  "गैंग", "द यार्डी" व "ट्राईडेंट" जैसे नामों से जाना जाता है. जबकि जापान में माफिया को 'यकुजा' कहा जाता है. वहीं, चीन में इसे त्रियाद, रूस में ब्रटवुर्स्ट, मेक्सिको और दक्षिण अमेरिका में ड्रग कार्टेल नाम से जाना जाता है. इसी तरह कई अन्य देशों में भी "माफिया" को अन्य नामों से जाना जाता है.


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