देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिहाज से कई राज्यों में 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. वहीं सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा रद्द और 12वीं की स्थगित की गई हैं. लेकिन गोवा में बोर्ड की परीक्षाएं न तो रदद् और न ही स्थगित की गई हैं. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि राज्य सरकार ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं कैंसिल या स्थगित करने पर फिलहाल कोई विचार नहीं किया है. गौरतलब है कि गोवा माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा बोर्ड की कक्षा10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 24 अप्रैल से होनी हैं.
परीक्षा के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का किया जाएगा पालन
वहीं मीडिया से बात करते हुए, गोवा बोर्ड के अध्यक्ष भागीरथ शेट्टी ने कहा कि परीक्षाओं के दौरान छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा हेतु बोर्ड यह सुनिश्चित करेगा कि सभी कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाए.उन्होंने कहा कि गोवा बोर्ड की 12 वीं की परीक्षाएं 24 अप्रैल से होंगी इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है. प्रत्येक परीक्षा केंद्र में एक थर्मल स्कैनर होगा, सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाएगा, फेस मास्क अनिवार्य हैं. एक परीक्षा हॉल में केवल 12 छात्रों को अनुमति दी जाएगी. अगर यह 17 छात्रों के लिए एक बड़ा हॉल है तो इसकी अनुमति दी जाएगी.
बता दें कि गोवा बोर्ड ने 24 अप्रैल से 17 मई तक 12वीं की परीक्षाएं निर्धारित की हैं,जबकि सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट (एसएससी) परीक्षाएं 19 मई से 2 जून के बीच होंगी. दोनों परीक्षाओं में शामिल होने के लिए कुल 43,547 छात्रों ने पंजीकरण कराया है. परीक्षाएं पूरे गोवा में 100 से अधिक केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी.
एनएसयूआई ने परीक्षाएं स्थगित या ऑनलाइन कराने की मांग की
वहीं बोर्ड के फैसले के खिलाफ नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने मांग की है कि परीक्षाएं या तो ऑनलाइन हो या स्थगित हों. एनएसयूआई के अध्यक्ष नौशाद चौधरी ने कहा है कि, “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री कोविड मैनेजमेंट लगाने के बजाय गोवा में 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं कंडक्ट करना चाहते हैं. अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीज़ भर्ती होने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बिस्तर भरे हुए हैं, मरीज जीएमसी में फर्श पर सो रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री बोर्ड की परीक्षाएं कराना चाहते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि “इस स्थिति में सीएम को पहले कोविड मैनेजमेंट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह स्थिति नियंत्रण में आए.एक बार कोविड -19 नंबर नीचे आने के बाद उन्हें बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के बारे में सोचना चाहिए या फिर परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में आयोजित की जानी चाहिए.
परीक्षाएं स्थगित कराने के लिए ऑनलाइन याचिका की गई शुरू
वहीं राज्य सरकार से परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए अलग से एक ऑनलाइन याचिका भी शुरू की गई है.गोवा बोर्ड ने हालांकि कहा है कि सभी स्टूडेंट्स सहित उन स्टूडेंट्स भी जो क्वारंटीन में हैं उन्हें एक आइसोलेटेड सेंटर में एग्जाम देने की अनुमति दी जाएगी.
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