Uttar Pradesh: मिस्ड कॉल पर मिलेगा देव भाषा 'संस्कृत' का ज्ञान
उत्तर प्रदेश में अब बच्चे बिना झिझके संस्कृत में बात कर पाएंगे. दरअसल उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ने बच्चों और हर वर्ग के लोगों में संस्कृत भाषा के प्रति लगाव पैदा करने के लिए एक पहल शुरू की है.
आज के युवाओं को संस्कृत भाषा की अज्ञानता की वजह से अपने देश की संस्कृति, सभ्यता के संबंध में बहुत कम जानकारी है. इसकी एक वजह ये भी है क्योंकि हमारे वेद-उपनिषद ज्यादातर संस्कृत भाषा में ही लिखे गए हैं. लेकिन अगर आप देव भाषा संस्कृत को बोलने और सीखने के इच्छुक हैं तो अब आपकी ये ख्वाहिश आसानी से पूरी हो सकती है. दरअसल अब घर बैठे ही एक मिस्ड कॉल के जरिए आप मुफ्त में संस्कृत भाषा की ट्रेनिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके लिए आपको इस नंबर 9522340003 पर बस एक मिस्ड कॉल करनी होगी. ये सुविधा आज से ही शुरू हो रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ने आज के युवाओं में संस्कृत भाषा के प्रति लगाव पैदा करने और उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करने हेतु ये पहल शुरू की है. इस ट्रेनिंग में स्टूडेंट्स से लेकर नौकरी पेशा आदि कोई भी शामिल हो सकता है.
ऐसे करें संस्कृत भाषा सीखने के लिए रजिस्ट्रेशन
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम द्वारा जारी नंबर 9522340003 पर मिस्ड कॉल करते ही आपके फोन पर एक ओटीपी आएगा. इस ओटीपी पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने गूगल फॉर्म ओपन हो जाएगा. इसके बाद आपको इस गूगल फॉर्म में व्यवसाय व पढ़ाई सहित कई डिटेल्स भरनी होगी. दरअसल व्यवसाय के अनुरूप ही ग्रुपवाइज संस्कृत लर्निंग-टीचिंग की जाएगी. शुरू के 15 दिनों के भीतर संस्कृत में बोलने का इंट्रोडक्शन कोर्स होगा. खास बात ये है कि ये ट्रेनिंग पूरी तरह निशुल्क है.
बच्चों को संस्कृत सिखाने के लिए निशुल्क पाठशालाएं चलाई जाएंगी
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम बच्चों को अपनी महान संस्कृति और संस्कार की जानकारी देने के लिए जिले स्तर पर संस्कृत ट्रेनिंग केंद्र खोलने की तैयारी कर रहा है. इस पहल के तहत हर ग्राम पंचायतों में बच्चों को अपनी संस्कृति के प्रति जागरूक करने क लिए निशुल्क पाठशालाएं चलाई जाएंगी. जिसके बाद बच्चे पूरे आत्मविश्वास के साथ संस्कृत में भी बातचीत कर पाएंगे.
महामारी की वजह से ऑनलाइन ही ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा
वहीं उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम के अध्यक्ष डा. वाचस्पति मिश्र का कहना है कि यूपी सरकार की पहल से ही उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम ने देव भाषा संस्कृत के उत्थान के लिए खाका तैयार किया है. ऐसे में संस्कृत प्रेमी लोगों के लिए यह शानदार मौका है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए भी संस्कृत के ज्ञान के साथ ही नौतिक संस्कारों को सीखने का सुनहरा अवसर है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से ये ट्रेनिंग प्रोग्राम फिलहाल ऑनलाइन ही संचालित किया जाएगा.
ये भी पढ़ें
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI