एजुकेशन लोन कैसे मिलता है, क्या है रिपेमेंट की प्रक्रिया, जानें सबकुछ
अगर आप बच्चे की उच्च शिक्षा के खर्च को लेकर चिंतित हैं तो एजुकेशन लोन एक अच्छा विकल्प है. एजुकेशन लोन किसी भी भारतीय नागरिक को मिल सकता है.
नई दिल्ली. आप अगर अपने बच्चे की उच्च शिक्षा को लेकर पैसों की समस्या से जूझ रहे हैं तो एजुकेशन लोन आपकी परेशानी को हल कर सकता है. एजुकेशन लोन में कॉलेज की फीस, पढ़ाई के लिए कंप्यूटर, लाइब्रेरी, हॉस्टल फीस आदि जरुरत के खर्च शामिल होते हैं. हम आपको बता रहे हैं कि एजुकेशन लोन से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
भारतीय नागरिकता जरूरी भारतीय नागरिक को एजुकेशनल लोन को मिलता है. आरबीआई ने लोन के लिए उम्र सीम तय नहीं की है लेकिन कुछ बैंकों ने 16 से 35 की उम्र सीमा तय की है. ग्रेजुएशऩ या किसी प्रोफेशनल कोर्स के लिए लोन लिया जा सकता है.
सलेक्शन के बाद ही मिलता है लोन सरकार से मान्यता प्राप्त इंस्टियूट या कॉलेज के लिए एजुकेशन लोन में दिक्कत नहीं होती है. आप पढ़ाई चाहें भारत में करें या विदेश में लेकिन सेलेक्शन के बाद ही लोन की परमिशन मिलती है.
इतना मिल जाता है लोन अगर पढ़ाई भारत में करनी है तो 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है और विदेश में पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपये तक का लोन मिल जाता है.
इन डॉक्यूमेंट्स का होना हे जरूरी छात्र की पिछली परीक्षा की मार्कशीट, कोर्स के खर्चों का प्रमाणपत्र, आखिरी 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट, एंट्रेस, स्कॉलरशिप के कागज, माता-पिता के पिछले 2 वर्षों का आईटीआर प्रमाण पत्र देना जरूरी है.
इन बातों का रखें ध्यान लोन लेने से पहले ब्याज दरों के बारे में जानकारी जरूरी हासिल कर लें. प्रोसेसिंग फीस, प्री पेमेंट, लेट फीस जैसे बातों की जानकारी लेंगे तो अच्छा रहेगा. 4 लाख रुपये तक के लोन पर बैंक कोई मार्जिन मनी नहीं लेता. 7.5 लाख के ऊपर से ज्यादा के लोन पर गारंटर या कुछ गिरवी रखने को कहते हैं.
इनकम टैक्स की धारा 80E के तहत एजुकेशन लोन के ब्याज भुगतान पर टैक्स छूट मिलती है और टैक्स क्लेम किया जा सकता है.
चार तरह के एजुकेशन लोन की सुविधा ली जा सकती है
अंडरग्रैजुएट एजुकेशन: किसी भी ग्रैजुएशन कोर्स के लिए मिलता है करियर एजुकेशन लोन: किसी भी करियर ओरिएंटेड कोर्स के लिए लिया जाता है ग्रैजुएट लोन: ग्रैजुएशन की पढ़ाई के बाद के लिए छात्र लोन ले सकता है. पैरेंट्स के लिए लोन: ऐसे माता-पिता जो अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकते. वे अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन ले सकते हैं
किसी भी तरह के एजुकेशन लोन को लेने के लिए सह-आवेदक का होना जरूरी है.
लोन चुकाने की प्रक्रिया लोन चुकाने की प्रक्रिया कोर्स खत्म होने के 6 महीने बाद ही शुरू होती है. बैंक 6 महीने से 1 साल का समय भी देते हैं ताकि नौकरी लग जाने के बाद रिपेमेंट लिया जाए. आमतौर पर 5 से 7 साल में एजुकेशन लोन के रकम को चुकाना पड़ता है लेकिन बैंक रिपेमेंट के समय को बढ़ा भी सकते हैं.
बैंक एमसीएलआर और अतिरिक्त स्प्रेड के हिसाब से ब्याज वसूलता है. अतिरिक्त स्प्रेड 1.35 फीसदी से लेकर तीन फीसदी तक हो सकता है. कोर्स के दौरान सिंपल इंटरेस्ट ही लोन पर लिया जाता है और ईएमआई के तौर पर सामान्य ब्याज को चुकाना पड़ता है.
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