कोरोना वायरस से पैदा हुए लॉकडाउन के बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों को राहत पहुंचाने के लिए कदम उठाया है. CBSE अगले साल 12वीं के पाठ्यक्रम के बोझ को कम करने जा रहा है. जिससे कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन से नुकसान हुए समय की भरपाई की जा सके.


CBSE के पाठ्यक्रम में होगी कटौती


मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया, "12वीं के छात्रों का डेढ़ महीने का स्कूली नुकसान पहले ही हो चुका है. 16 मार्च से देश व्यापी क्लास रूम को बंद करने का सिलसिला शुरू किया गया था. स्कूलों को आम तौर पर 12वीं का पाठ्यक्रम पूरा करने का समय दिसंबर तक होता है. इसलिए CBSE ने कोर्स कमेटी को निर्देश दिया है कि अगले साल परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में कटौती करे.


लॉकडाउन के कारण नुकसान की भरपाई


लॉकडाउन के कारण प्रभावित होने वाली प्रवेश परीक्षा पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि JEE MAIN की परीक्षा जून में होने की संभावना है. केंद्रीय मंत्री ने निजी स्कूलों को बढ़ी हुई फीस वर्तमान हालात में नहीं चार्ज करने को कहा है. उन्होंने कहा कि स्कूलों से अपील की जाती है कि सालाना बढ़ी हुई फीस ना वसूलें. साथ ही उनसे ये भी अपेक्षा रखी जाती है कि अभिभावकों से तीन महीने की एक साथ फीस नहीं लेंगे. इसके अलावा स्कूलों को चाहिए कि अपने स्टाफ का वेतन समय पर दें.


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