(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IAS Interview: आईएएस इंटरव्यू के लिए ‘DAF’ भरते समय बरतें ये सावधानियां
आईएएस इंटरव्यू में डैफ यानी डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है. इसे भरते समय रखें कुछ बातों का खास ख्याल.
IAS Interview: यूपीएससी सीएसई परीक्षा में डैफ यानी डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है. कैंडिडेट का इंटरव्यू इसी एप्लीकेशन में दी जानकारी के इर्द-गिर्द घूमता है. यूं तो कैंडिडेट की जनरल इंफॉर्मेशन वही रहती है, जो किसी भी सामान्य फॉर्म में होती है, लेकिन इस एप्लीकेशन में उसे अपनी हॉबीज और इंट्रेस्ट आदि से संबंधित जानकारियां भी देनी होती हैं. यही वो एरिया होता है जहां से पैनल बहुत सारे प्रश्न पूछता है. इस एरिया को भरते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें.
ईमानदारी है बहुत जरूरी –
डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म को भरते समय सबसे जरूरी बात है ईमानदार होना. वही लिखें जो आपको सही मायने में दर्शाता हो, इंप्रेशन बनाने के लिए कुछ भी न लिख दें न ही बढ़ा-चढ़ाकर चीजों को पेश करें. यह याद रहे कि वहां बैठा पैनल आपकी उम्र से भी ज्यादा अनुभव रखता है. आपसे बातचीत शुरू होते ही वे जान जाएंगे कि आपने एप्लीकेशन में अपने बारे में सही जानकारी दी है या बस लिखने के लिए कुछ भी लिख दिया है. इससे आपका इंप्रेशन बनने की जगह बिगड़ जाएगा. साथ ही यह भी ध्यान रहे कि अगर किसी विषय में थोड़ी-बहुत जानकारी है भी तो भी यह काम नहीं आएगी क्योंकि सतही जानकारी की यहां कोई वैल्यू नहीं होती. जब पैनल प्रश्न पूछने लग जाता है तो कई गहराइयों को पार कर जाता है.
स्पेसफिक रहें अपनी च्वॉइसेस को लेकर –
फॉर्म भरते समय जब हॉबीज के कॉलम पर आएं तो ध्यान दें कि हॉबीज को जनरल वे में न लिखकर स्पेसफिक वे में लिखेंगे तो आपके लिए बेहतर होगा. मान लीजिए आपने केवल डांसिंग लिख दिया तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं क्योंकि डांसिंग की बहुत सी विधाएं होती हैं आप सबके बारे में तो नहीं जानते होंगे. इसलिए बेहतर होगा उसे स्पेसफाई कर दें कि क्लासिकल डासिंग, वेस्टर्न डांसिंग, बैले, बॉलीवुड नंबर्स, कत्थक, कुचीपुड़ी आदि जो भी आपको आता हो या पसंद करते हों. इसके साथ ही इसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा कर लें.
डैफ में लिखी हर जानकारी को कर लें अच्छे से तैयार –
डैफ में आपने अपने बारे में, अपनी पढ़ाई आदि के बारे में एवॉर्ड्स वगैरह के बारे में जहां जो भी भरा हो, उसके बारे में जहां तक संभव हो सब पता कर लें. मेन्स परीक्षा के बाद का समय साक्षात्कार की तैयारी में बिताएं और डैफ में दी हर छोटी-बड़ी बात के तह तक जाकर जितना हो सके जानकारियां इकट्ठा कर लें. बहुत ज्यादा हॉबीज, या इंट्रेस्ट आदि न लिखें तो बेहतर है क्योंकि आप सबके बारे में सारी जानकारी इकट्ठा नहीं कर सकते. बाकी अपने स्कूल के बारे में, अपने ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन के विषय से संबंधित, कहीं जॉब की है या कर रहे हैं तो उससे संबंधित जहां तक संभव हो अधिक से अधिक आपको पता होना चाहिए.
इसी प्रकार सर्विस प्रिफरेंस जरूर भरें वरना आपको बची हुयी सीट्स एलॉट कर दी जाएंगी. ये भी ध्यान रहे कि जो सर्विस भर रहे हैं वो क्यों चाहते हैं, इसका भी सही और सच्चा जवाब तैयार रखें. ठीक इसी प्रकार जो पूछा गया है, जितना पूछा गया है उतना ही जवाब दें. अपने जवाबों में ईमानदार रहें क्योंकि यही वो खूबी है जो आपको साक्षात्कार में सफल कराएगी. एक बार उत्तर न आने पर आपका इंप्रेशन नहीं खराब होगा पर झूठ बोलेंगे या पैनल से बातें बनाने की कोशिश करेंगे तो पूरा इंप्रेशन बिगड़ जाएगा. याद रहे यहां ऑनेस्टी इज द की, पॉलिसी काम करती है.
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