यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि क्या पढ़ना है और कितना पढ़ना है. इसलिए अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा का सिलेबस जल्दी से खत्म करें और कम से कम तीन बार रिवीजन करें. रिवीजन के लिए अभ्यर्थी मॉक टेस्ट (Mock Test) की सहायता ले सकते हैं. साथ ही अपने तैयार किए हुए नोट्स की मदद ले सकते हैं.


यूपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा (UPSC Prelims Exam) के लिए निरंतर अभ्यास बेहद जरूरी है क्योंकि अभ्यर्थी मात्र याद करने से इस परीक्षा (Exam) को पास (Clear) नहीं कर सकता. इसके लिए छात्र को विभिन्न विषयों में जानकारी होना बेहद आवश्यक है और जानकारियों के लिए रिवीजन बहुत जरूरी है. छात्र को परीक्षा के 100 दिन तीन चरण में बांटने की जरूत है और तीन भागों में योजना तैयार करनी चाहिए. ये योजनाएं कुछ इस प्रकार हैं-


50 दिवसीय योजना
पहले के 50 दिन अभ्यर्थी को सिलेबस खत्म करने के लिए देने चाहिए क्योंकि यूपीएससी की परीक्षा के लिए सारे सिलेबस की जानकारी होना बेहद आवश्यक है, हर विषय को अलग टाइम देने के साथ ही करेंट अफेयर्स की भी जानकारी रखें. इन 50 दिनों में छात्र कम से कम 20 मॉक टेस्ट सॉल्व करे.


30 दिवसीय योजना
अब छात्र को लगातार रिवीजन करना चाहिए. साथ ही कम से कम 15 मॉक टेस्ट सॉल्व करने चाहिए. पढ़ने के साथ ही छात्र को और जानकारी मिलकर अपने नोट्स भी अपडेट करते रहने चाहिए और अपने मस्तिष्क को परीक्षा के लिए तैयार करते रहना चाहिए.


आखिरी 20 दिवसीय योजना
इस दौरान अपने बनाए हुए नोट्स का अभ्यर्थी ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करे और कोई नया टॉपिक पढ़ना हो तो संक्षिप्त में पढ़े और ज्यादा टेस्ट न सॉल्व करते हुए सिर्फ 2 से 5 मॉक टेस्ट का हो लक्ष्य रखे.


यूपीएससी सीएसई प्रीलिम्स की परीक्षा देते समय छात्र अपना मस्तिष्क शांत रखें और अपनी तैयारी के आधार पर क्वेश्चन अटेम्प्ट करे. तैयारी करने के बाद भी कुछ प्रश्न ऐसे मिलेंगे जो आपको अचंभित कर देंगे लेकिन सही नीतियों से परीक्षा दें और निरंतर अभ्यास करते रहें.


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