IAS Success Story: आईआईटी से इंजीनियरिंग के बाद नित्यानंद ने शुरू की यूपीएससी की तैयारी, तीन बार असफलता मिली, लेकिन नहीं मानी हार
यूपीएससी की परीक्षा में छोटी-छोटी गलतियां भारी पड़ जाती हैं और इस वजह से लोगों का सिलेक्शन नहीं हो पाता. जो लोग इन गलतियों को सुधारकर बेहतर प्रयास करते हैं उन्हें सफलता जरूर मिलती है.
Success Story Of IAS Topper Nityanand Jha: आज आपको यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले नित्यानंद झा की कहानी बताएंगे, जो बेहद प्रेरणादायक है. नित्यानंद को यूपीएससी में तीन बार लगातार असफलता मिली लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी जारी रखी. आखिरकार चौथे प्रयास में साल 2018 में उन्होंने ऑल इंडिया 128 रैंक प्राप्त की. इस तरह उनका यूपीएससी का सफर पूरा हो गया. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया था लेकिन इंजीनियरिंग के दौरान उन्होंने यूपीएससी में आने का मन बनाया और सफलता भी प्राप्त की.
आईआईटी से की ग्रेजुएशन
नित्यानंद मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई गुवाहाटी में हुई. इंटरमीडिएट के बाद वह जेईई की तैयारी के लिए कोटा चले गए. जेईई में सफलता मिलने के बाद उन्हें आईआईटी कानपुर में दाखिला मिल गया. ग्रेजुएशन के दौरान उन्होंने यूपीएससी में आने का फैसला किया और तैयारी शुरू कर दी. इसके लिए उन्होंने अच्छी रणनीति बनाई.
यूपीएससी में चौथे प्रयास में मिली सफलता
नित्यानंद ने यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए लंबा संघर्ष किया. शुरुआती 3 प्रयासों में वह फाइनल स्टेज तक पहुंचकर बाहर हो गए. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे. आखिरकार चौथे प्रयास में उन्हें सफलता मिल ही गई. इस तरह उनका यूपीएससी का सपना पूरा हो गया.
यहां देखें नित्यानंद का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
दूसरे कैंडिडेट्स को नित्यानंद की सलाह
नित्यानंद का मानना है कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी सही रणनीति बनाकर करेंगे तो आपको सफलता जरूर मिलेगी. वे कहते हैं कि अपना सिलेबस कवर करने के बाद उसका बार-बार रिवीजन करना चाहिए. इसके अलावा आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस परीक्षा में पास होने के लिए बेहद जरूरी है. उनके मुताबिक आप कड़ी मेहनत और धैर्य रखकर तैयारी करेंगे तो इस परीक्षा में सफलता जरूर मिलेगी.
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