Success Story Of IAS Topper Ravi Jain: यूपीएससी (UPSC) में तमाम कैंडिडेट्स लाखों की नौकरी छोड़कर आईएएस अफसर बनने का सपना लेकर आते हैं. कुछ को यहां पहले या दूसरे प्रयास में ही सफलता मिल जाती है, तो कुछ लोगों को लंबा संघर्ष करना पड़ता है. आज आपको आईएएस अफसर रवि जैन (Ravi Jain) की कहानी बताएंगे, जिन्हें चौथे प्रयास में यूपीएससी में सफलता मिली. झारखंड (Jharkhand) के देवघर से निकलकर रवि का आईएएस अफसर बनने तक का सफर संघर्षपूर्ण रहा. वह आज सबके लिए एक मिसाल बन चुके हैं.


इंजीनियरिंग के बाद नौकरी ज्वाइन की
रवि जैन मूल रूप से झारखंड के देवघर के रहने वाले हैं. उनकी शुरुआती शिक्षा भी यहीं हुई और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने दिल्ली के एक संस्थान में इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया  रवि पढ़ाई में हमेशा से होशियार थे और यही वजह रही कि उन्हें इंजीनियरिंग के बाद एक विदेशी कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई. करीब 3 साल तक उन्होंने नौकरी की जिसके बाद नौकरी छोड़कर तैयारी शुरू कर दी. 


कई बार हुए असफल, लेकिन नहीं मानी हार
रवि अपना सेट करियर छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने आए थे और यहां लगातार तीन बार असफलता का सामना करना पड़ा. यह उनके लिए काफी निराश करने वाला था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और चौथे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 9 हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. उन्होंने तैयारी के दौरान धैर्य रखकर लगातार मेहनत की, जिसकी वजह से उन्हें यहां सफलता मिली.


यहां देखें रवि जैन का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू



अन्य कैंडिडेट्स को रवि की सलाह
रवि जैन का मानना है कि यूपीएससी में सफलता के लिए सेल्फ स्टडी सबसे जरूरी होती है. अगर आप कोचिंग नहीं कर पा रहे तो निराश होने की जरूरत नहीं है. आज के जमाने में इंटरनेट पर तमाम मटेरियल मौजूद है, जिसमें से आप अपने हिसाब से चुन लें. रवि के मुताबिक बेहतर रणनीति और टाइम मैनेजमेंट भी यूपीएससी के लिए काफी जरूरी होता है. रवि कहते हैं कि अगर आप इन सब चीजों का बैलेंस बनाकर तैयारी करेंगे तो आप यहां सफलता प्राप्त कर सकते हैं.


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