Success Story Of IAS Topper Ashutosh Kulkarni: अगर आप अपनी गलतियों से सीखकर लक्ष्य की तरफ हर प्रयास पूरी ईमानदारी के साथ करेंगे, तो आप जरूर अपनी मंज़िल तक पहुंच जाएंगे. आज आपको आईएएस अफसर बनने वाले आशुतोष कुलकर्णी की कहानी बताएंगे. आशुतोष यूपीएससी सिविल सेवा में कई बार सफलता के बेहद करीब जाकर फेल हो गए, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं हारी और लगातार मेहनत करते रहे. यही वजह रही कि उन्हें चौथे प्रयास में मन मुताबिक आईएएस का पद मिल गया.
धैर्य है बेहद जरूरी
आशुतोष के मुताबिक यूपीएससी में सफलता पाने के लिए आपको सबसे पहले यह ठान लेना है कि आप तमाम चुनौती और असफलताओं के आगे हार नहीं मानेंगे. आशुतोष दो बार इंटरव्यू तक पहुंचकर फेल हुए लेकिन उन्होंने खुद को निराश नहीं होने दिया. उन्होंने निश्चय कर लिया था कि यहां से सफलता प्राप्त करके ही वापस लौटेंगे. आखिरकार बेहतर रणनीति और अपनी गलतियों से सीख कर उन्होंने चौथे प्रयास में 44वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया.
इंजीनियरिंग फील्ड छोड़कर यूपीएससी में आए
आप किसी भी फील्ड की पढ़ाई करने के बावजूद सिविल सेवा का सपना पूरा कर सकते हैं. आशुतोष मूल रूप से महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले हैं और उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. उन्होंने अपने हर प्रयास के साथ खुद को सुधारा और अपनी मंजिल हासिल कर ली. आशुतोष कहते हैं कि यहां आप किसी भी फील्ड से आएं, लेकिन बेहतर रणनीति और कड़ी मेहनत करना जरूरी होता है. यही सफलता का मूल मंत्र है.
यहां देखें आशुतोष कुलकर्णी का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
अन्य कैंडिडेट्स को आशुतोष की सलाह
आशुतोष कुलकर्णी के मुताबिक आपको यूपीएससी की तैयारी करते वक्त प्री और मेंस के लिए अपनी अलग रणनीति बनानी होगी. उनका मानना है कि दोनों परीक्षा के लिए आपको एक साथ तैयारी करनी चाहिए, क्योंकि प्री के बाद मेंस के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिलता. आशुतोष के मुताबिक आप अपनी तैयारी का एनालिसिस भी करते रहें ताकि आपको उससे अगले प्रयास में बेहतर करने का मौका मिल जाएगा.
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