Success Story Of IAS Topper Rishi Anand: आज आपको यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले ऋषि आनंद की कहानी बताएंगे, जिन्हें इस सफर को तय करने में 5 साल का लंबा वक्त लग गया. इस दौरान उन्होंने कई परेशानी का सामना किया, लेकिन वह निराश नहीं हुए और अपनी उम्मीद को जिंदा रखा. चौंकाने वाली बात यह रही कि शुरुआती 4 प्रयासों में वे यूपीएससी की प्री-परीक्षा भी क्लियर नहीं कर पाए. हालांकि पांचवें प्रयास में वे सभी राउंड को पार करते गए और उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ. उनकी कहानी ऐसे लोगों के लिए बेहद प्रेरणादायक है जो असफलता से निराश हो जाते हैं.


जानिए ऋषि का बैकग्राउंड


ऋषि आनंद का जन्म झारखंड के गांव में हुआ था और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. इस वजह से उनकी ज्यादातर शिक्षा साधारण संस्थानों से हुई. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में दाखिला ले लिया और इंजीनियरिंग के बाद एक नौकरी ज्वॉइन कर ली. इस दौरान उन्होंने एक सरकारी नौकरी का टेस्ट पास कर लिया और उसमें वे सफल हो गए. यहां उन्हें एक आईएएस अफसर के साथ काम करने का मौका मिला और उनसे बेहद प्रभावित हुए. यहां आकर ऋषि आनंद ने यूपीएससी में किस्मत आजमाने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने काफी लंबा संघर्ष किया.


कैसा रहा यूपीएससी का सफर


ऋषि का यूपीएससी का सफर काफी लंबा रहा. उन्होंने यूपीएससी की पहली बार परीक्षा दी, तो प्री-परीक्षा पास नहीं कर पाए. इस तरह उन्होंने चार बार प्रयास किया और चारों बार प्री-परीक्षा में असफल हो गए. हालांकि वे निराश नहीं हुए और अपनी तैयारी लगातार करते रहे. आखिरकार पांचवें प्रयास में उन्हें सफलता मिली. साल 2019 यूपीएससी परीक्षा में उनकी 145 रैंक आई. इस तरह उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हो गया.


यहां देखें ऋषि का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू


 


दूसरे कैंडिडेट्स को ऋषि की सलाह


ऋषि आनंद यूपीएससी की तैयारी करने वाले लोगों से असफलताओं से निराश न होने की सलाह देते हैं. वे कहते हैं कि चाहें आप कितनी ही बार यूपीएससी में फेल क्यों न हो जाएं लेकिन खुद को मोटिवेट रखें. अगर आप मोटिवेट होकर लगातार मेहनत करते रहेंगे तो एक न एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेगी. यूपीएससी में आपका सफर लंबा हो सकता है लेकिन अगर आप लगातार तैयारी कर रहे हैं तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी.


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