Success Story Of IAS Topper Sumit Kumar: अगर व्यक्ति एक बार कुछ करने की ठान ले, तो उसे दुनिया की कोई ताकत लक्ष्य हासिल करने से नहीं रोक सकती. जो लोग यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने की ठान लेते हैं, वे तमाम चुनौतियों का सामना करने के बाद भी कड़ी मेहनत करके सफलता प्राप्त कर लेते हैं. आज आपको यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2018 में ऑल इंडिया रैंक 53 हासिल करने वाले सुमित कुमार की कहानी बताएंगे, जिन्होंने लगातार दो बार यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. 


लाखों के पैकेज वाली नौकरी का ऑफर छोड़ा
सुमित का जन्म बिहार के जमुई में हुआ था. जिस इलाके में उनका जन्म हुआ था वहां अच्छे स्कूल नहीं थे. ऐसे में उनके पैरेंट्स ने सुमित को बोर्डिंग स्कूल में दाखिला दिलवा दिया. सुमित बचपन से ही पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर थे और इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने आईआईटी का एंट्रेंस क्लियर कर लिया. आईआईटी से ग्रेजुएशन करने के बाद उनको लाखों रुपये के पैकेज वाली नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन उन्होंने नौकरी की बजाए यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया.


ऐसा रहा यूपीएससी का सफर
पहली बार सुमित ने जब यूपीएससी की परीक्षा दी तो वे प्री एग्जाम में ही फेल हो गए. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी कमियों को सुधारकर दूसरा प्रयास दोगुने जोश के साथ किया. इस बार उन्होंने परीक्षा तो पास कर ली लेकिन रैंक 493 आई. इसके मुताबिक उन्हें इंडियन डिफेंस स्टेट सर्विस मिली. सुमित का मन आईएएस अफसर बनने का था ऐसे में उन्होंने एक और प्रयास किया. आखिरकार तीसरे प्रयास में उन्होंने अपना सपना पूरा कर लिया.


यहां देखें सुमित का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू



अन्य कैंडिडेट्स को सुमित की सलाह
सुमित का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान आप अपनी कमियों की पहचान करें और जिससे भी मदद मिल सके उनका सहारा लें. आप अपनी गलतियों को सुधारेंगे तो बेहतर रैंक प्राप्त कर सकते हैं. उनके मुताबिक आपको इस परीक्षा को पास रखने के लिए बेहतर रणनीति के साथ लगातार कड़ी मेहनत करनी होगी. यहां छोटी-छोटी गलतियों को सुधार कर आप अपना सपना पूरा कर सकते हैं.


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