(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
IAS Success Story: आईआईटी से लेकर आईएएस अधिकारी बनने का सफर, गरिमा ने ऐसे क्रेक की यूपीएससी परीक्षा
Success Story: किसी भी मंजिल को पाने के लिए धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है. मध्य प्रदेश राज्य की रहने वाली गरिमा ने लगातार यूपीएससी सीएसई परीक्षा क्रैक की और आईएएस ऑफिसर बन गईं.
Success Story of Garima: आईआईटी में दाखिला, आईपीएस या आईएएस अधिकारी बनना हर दूसरे भारतीय युवा का सपना होता है. ये तीनों वह सपने है जो बड़ी ही मेहनत लगन और मजबूत दृण इच्छा शक्ति के बाद ही पूरे हो पाते हैं. लाखों युवा आईआईटी में दाखिला लेने, आईपीएस और आईएएस अफसर बनने के लिए मेहनत करते हैं, परंतु कुछ ही लोगों को इसमें सफलता मिलती है. आज हम बात कर रहे हैं ऐसी शख्सियत की जो भारतीय युवाओं के लिए मिसाल बनकर आगे आई हैं. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य के खरगोन की रहने वाली 29 वर्षीय गरिमा (Garima) की.
गरिमा की शुरुआती शिक्षा की बात की जाए तो वह खरगोन के सरस्वती विद्या मंदिर से पढ़ी हैं, वह बचपन से मेधावी विद्यार्थियों की सूचि में शामिल हैं. उन्होंने विद्यार्थी जीवन से लेकर सिविल सेवा तक जिस भी क्षेत्र में पैर रखा, वहां सफलता ही पाई. गरिमा ने अपनी मेहनत और लगन से आईआईटी हैदराबाद (IIT Hyderabad) में दाखिला पाया. जहां से उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वह यूपीएससी सीएसई परीक्षा (UPSC CSE Exam) में शामिल हुईं जहां 240वीं रैंक पाकर वह आईपीएस अधिकारी (IPS Officer) बन गईं. लेकिन उनका लक्ष्य और ही कुछ था. अपने अगले ही प्रयास में सीएसई परीक्षा में गरिमा ने 40वीं रैंक हासिल की. साथ ही अपने सपनों को पंख देते हुए आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनने का ख्वाब भी पूरा कर लिया. 2018 में दूसरी बार परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने 2019-2020 में एलबीएस अकादमी, मसूरी में अपना प्रशिक्षण पूरा किया.
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धैर्य और निरंतरता जरूरी
अपनी सफलता की कहानी को साझा करते हुए गरिमा ने बताया कि जो युवा इन परीक्षाओं को क्रेक करने की चाहत रखते हैं, वे प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की तैयारी अलग-अलग न करके संयुक्त तौर पर करें. यूपीएससी प्री परीक्षा में पूछे गए सवाल कई बार मुख्य परीक्षा (Mains Exam) में आ जाते हैं. इसीलिए रिवीजन करना बेहद आवश्यक है. काफी सारा स्टडी मटैरियल (Study Material) जुटाने से सफलता नहीं मिलती, उसे पढ़ना चाहिए, अधिक से अधिक मॉक टेस्ट देने का प्रयास करें. साथ ही लिखने की स्पीड को भी बढ़ाएं. परीक्षा में सफल होने के लिए सबसे जरूरी धैर्य और निरंतरता है.
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