IAS Success Story: कभी करनी पड़ी थी लैंप की रौशनी में पढ़ाई! फिर ऐसे दो बार क्रैक की UPSC परीक्षा
UPSC Success Story: आईएएस अंशुमन राज यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को सलाह देते हैं कि परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए अच्छी रणनीति व निरंतर प्रयास करना जरूरी है.
UPSC IAS Success Story: किसी ने सही ही कहा है यदि आप में कुछ कर दिखाने का जज्बा है तो आपको सफलता निश्चित ही मिलेगी. आज हम आपको एक ऐसे ही आईएएस अधिकारी की कहानी बताएंगे जिन्होंने कई परेशानियों का सामना किया. लेकिन कभी हार नहीं मानी और अंत में अपने सपने को पूरा किया. हम बात कर रहे हैं आईएएस अधिकारी अंशुमन राज (IAS Officer Anshuman Raj) की. अंशुमन का जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. कई बार तो उन्हें बिजली न होने की वजह से लैम्प का सहारा लेकर पढ़ना पड़ता था.
आईएएस अधिकारी अंशुमन राज का जन्म बिहार राज्य के बक्सर जनपद में हुआ था. उनकी 10वीं क्लास तक की पढ़ाई गांव के ही स्कूल से हुई. लेकिन कक्षा 12वीं की पढ़ाई के लिए उन्हें रांची जाना हुआ. अंशुमान शुरुआत से यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अधिकारी बनना चाहते थे. जिसे उन्होंने पूरा भी किया है. अंशुमन ने आईएएस बनने के लिए सेल्फ स्टडी की. यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने पहली बार में ही सफलता हासिल की थी. लेकिन उन्हें उनकी रैंक अनुसार IRS का पद मिला था.
निरंतर किया प्रयास
मगर अंशुमन ने IRS बनने के बाद भी यूपीएससी एग्जाम की तैयारी जारी रखी और उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की. उन्होंने साल 2019 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की और ऑल इंडिया 107 रैंक हासिल की. यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को अंशुमन सलाह देते हैं कि गांव में रहकर यूपीएससी की तैयारी की जा सकती है. इसलिए अभ्यर्थी के पास इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए. साथ ही तैयारी के दौरान उम्मीदवार को सही रणनीति व निरंतर प्रयास करने की जरूरत है. सिमित संसाधनों के जरिए भी यूपीएससी एग्जाम में सफलता पाई जा सकती है.
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