IAS Success Story: पढ़ाई में हमेशा आगे रहने वाली बिशाखा को यूपीएससी में सफलता के लिए करना पड़ा लंबा इंतजार, 5वें प्रयास में मिली कामयाबी
बिशाखा की सफलता की कहानी दूसरे कई कैंडिडेट्स से इस मायने में अलग है कि वह लगातार परीक्षाओं में अच्छी सफलता हासिल करती रही थीं. लेकिन यूपीएससी में उनके साथ ऐसा नहीं हुआ. यहां उन्हें कामयाबी के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा.
Success Story Of IAS Topper Bishakha Jain: हर सफलता की कहानी अलग होती है. हर व्यक्ति की राह में कुछ बाधाएं होती हैं जिन्हें उसे पार कर कामयाबी हासिल करनी होती. ऐसा माना जाता रहा है कि जो छात्र पढ़ाई में अच्छे होते हैं उनके यूपीएससी में कामयाब होने के चांस एवरेज स्टूडेंट के मुकाबले अधिक होते हैं. लेकिन क्या ये बात हर बार सही साबित होती है.यूपीएससी परीक्षा 2019 में सफलता प्राप्त करने वाली बिशाखा जैन की कहानी इस बात को नकारती है.
दरअसल बिशाखा पढ़ाई में अच्छी थी और अधिकतर परीक्षाओं में उसके नंबर भी अच्छे आए लेकिन जब यूपीएससी क्लीयर करने का मन बनाया तो सफलता आसानी से नहीं मिली.
सीए करने के बाद यूपीएससी में आईं
बिशाखा की स्टूडेंट लाइफ बहुत बढ़िया रही. अच्छी पढ़ाई और अच्छे नंबर उनके छात्र जीवन का हिस्सा थे. बिशाखा पढ़ाई में कितनी प्रतिभाशाली रहीं इसका अंदाजा इस बात से होता है कि उन्होंने पहली बार में ही चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) के एंट्रेंस एग्जाम में कामयाबी हासिल कर ली. उन्होंने सीए की पढ़ाई के दौरान बेहद अच्छे नंबर प्राप्त किए.
यहां देखें बिशाखा का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का मन बना लिया. उनको उम्मीद थी कि यूपीएससी में भी आसानी से कामयाबी मिल जाएगी लेकिन बिशाखा का अंदाजा गलत था और यहां से शुरू हुआ यूपीएससी में सफलता पाने के लिए कोशिशों का लंबा सिलसिला.
ऐसा रहा यूपीएससी का सफर
बिशाखा ने काफी मेहनत से यूपीएससी की तैयारी की लेकिन यहां उन्हें पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली. हालांकि वह निराश नहीं हुईं और उन्होंने फिर से कोशिश की लेकिन दूसरे और तीसरे प्रयास में भी सफलता हाथ नहीं आई. तीन प्रयासों की नाकामी ने उन्हें निराशा से भर दिया और वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगी.
लेकिन बिशाखा हार नहीं मानने वालों में से थी उन्होंने नौकरी के साथ भी यूपीएससी की तैयारी जारी रखी, हालांकि उनका चौथा प्रयास भी असफल रहा. वह नहीं रुकीं और उन्होंने पांचवीं बार कोशिश की और इस बार सफलता उनके हाथ लग गई. साल 2019 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 101 रैंक प्राप्त की. इस तरह उनका सफर पूरा हो गया.
दूसरे कैंडिडेट्स को बिशाखा की सलाह
बिशाखा का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी करते वक्त कैंडिडेट्स को धैर्य रखना चाहिए. क्योंकि इसमें कई बार असफतला मिल सकती है. इसलिए जरूरी है कि असफलता से हम निराश न हों और धैर्य बनाए रखं. उनका मानना है कि यूपीएससी में सफलता हासिल करने के लिए मेहनत करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उनका मानना है कि आपको आखिरी प्रयास तक पूरी ताकत के साथ यूपीएससी की तैयारी करनी चाहिए. अगर आप ऐसा करेंगे तो एक न एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेगी.
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