Success Story Of IAS Topper Riddhima Srivastava: यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए सकारात्मक रवैया होना काफी जरूरी होता है. अगर आप सकारात्मक होकर अपनी तैयारी करेंगे तो परिणाम बेहतर होगा. आज आपको यूपीएससी परीक्षा 2018 में 74वीं रैंक प्राप्त करने वाली रिद्धिमा श्रीवास्तव की कहानी बताएंगे. पहले प्रयास में उनकी तैयारी पूरी थी, लेकिन परीक्षा हॉल में जाकर वह काफी तनाव में आ गई और गलतियां कर बैठीं. ऐसे में वह प्री-परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं. दूसरे प्रयास में उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारा और आईएएस बनने का सपना पूरा किया. उनकी कहानी से कई लोग सीख ले सकते हैं, जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं.


टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी


रिद्धिमा के मुताबिक जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पहली बार दी तब टाइम मैनेजमेंट नहीं कर पाईं. वे कुछ सवालों में उलझीं रही और समय बीतता गया. आखिर में उनके पास समय कम बचा था और सवाल ज्यादा. इसके अलावा उन्हें ओएमआर शीट भरने में भी काफी समय लगा, जिससे उनका कीमती समय इसमें बर्बाद हो गया. किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए समय का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. कई बार लोग एक सवाल में उलझे रहते हैं और उसके चक्कर में समय काफी बर्बाद हो जाता है. ऐसे में अगर आपको परीक्षा पास करनी है तो समय का मैनेजमेंट करना सीखें.


परीक्षा के दौरान तनाव बिल्कुल न लें


रिद्धिमा श्रीवास्तव की पूरी तैयारी होने के बावजूद उन्हें पहले प्रयास में असफलता मिली जिसकी वजह तनाव था. वे परीक्षा हॉल में जाकर तनावग्रस्त हो गईं और अपना बेस्ट परफॉर्म नहीं कर पाईं. ऐसा ज्यादातर लोगों के साथ होता है लेकिन परीक्षा के दौरान सकारात्मक रवैया रखना बेहद जरूरी होता है. अगर आप तनाव लेकर परीक्षा देंगे, तो आपके लिए हंड्रेड परसेंट देना मुश्किल हो जाएगा. साथ ही तैयारी के दौरान भी तनाव लेने की जरूरत नहीं है. अगर आप यूपीएससी के सफर में तनाव को रोकने में कामयाब हुए तो, आप एक दिन विजेता बनकर उभरेंगे.


यहां देखें रिद्धिमा का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू 



दूसरे कैंडिडेट्स को रिद्धिमा की सलाह


यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले लोगों को रिद्धिमा तनावमुक्त होकर मेहनत करने की सलाह देती हैं. वे कहती हैं कि अपने सिलेबस को कई बार पढ़ें और लगातार उसका रिवीजन करते रहें. रिद्धिमा कैंडिडेट्स को सोशल मीडिया से दूर रहने की भी सलाह देती हैं. उनके मुताबिक हर किसी को कड़े नियम बनाकर तैयारी करनी चाहिए. सिलेबस को पूरा करने के बाद आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करें. इससे आपको निर्धारित समय में पेपर सॉल्व करने का अभ्यास हो जाएगा. अगर इन सभी बातों का ध्यान रखा जाए, तो सफलता जरूर मिलेगी.


IAS Success Story: तीन बार दी सिविल सेवा की परीक्षा, तीनों बार हुए पास लेकिन IAS बनकर ही माने आकाश बंसल


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI