Success Story Of IAS Topper Navjivan Pawar: अक्सर कहा जाता है कि आप कड़ी मेहनत कर अपनी किस्मत बदल सकते हैं. अगर आपके इरादे मजबूत हैं, तो आप तमाम मुसीबतों के बावजूद अपना लक्ष्य जरूर हासिल कर सकते हैं. आज आपको आईएएस अफसर नवजीवन विजय पवार की कहानी बता रहे हैं, जिनका यूपीएससी का सफर काफी अजीबोगरीब रहा. यूपीएससी की परीक्षा से पहले वे काफी बीमार हो गए और कई दिनों तक आईसीयू में भी रहे, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी. इस तरह पहले ही प्रयास में वे आईएएस बन गए.
ज्योतिषी ने कहा था- तुम आईएएस नहीं बन पाओगे
नवजीवन महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और वे एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता किसान हैं. उन्होंने बचपन से ही काफी संघर्ष किया और इंटरमीडिएट के बाद सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. डिग्री पूरी होने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया. यहां एक दिन जब उन्होंने ज्योतिषी से अपना भविष्य पूछा, तो ज्योतिषी ने कहा कि तुम 27 साल तक आईएएस नहीं बन पाओगे. इसके बाद तो नवजीवन ने ठान लिया कि वे इस परीक्षा को जरूर पास करेंगे.
मेन्स परीक्षा से पहले हुए बीमार
नवजीवन यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद मेंस की तैयारी कर रहे थे, उसी वक्त उन्हें डेंगू हो गया. उनकी तबीयत इतनी खराब हो गई कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा. मेंस परीक्षा में केवल एक महीना बाकी था, इस वजह से नवजीवन ने आईसीयू में भर्ती होने के बावजूद पढ़ाई जारी रखी. उनका हौसला देख डॉक्टर भी हैरान रह गए. आईसीयू में उनकी पढ़ाई में बहन ने काफी मदद की. आखिरकार ठीक होकर उन्होंने पहले ही प्रयास में परीक्षा पास कर ऑल इंडिया रैंक 316 हासिल का सपना पूरा कर लिया.
यहां देखें नवजीवन का दिल्ली नॉलेज ट्रैक को दिया गया इंटरव्यू
अन्य कैंडिडेट्स को नवजीवन पवार की सलाह
नवजीवन कहते हैं कि अगर आप किसी चीज को शिद्दत से चाहेंगे तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने में लग जाएगी. अगर आपने यूपीएससी परीक्षा पास कर सिविल सेवा में जाने की ठान ली है तो आपको किसी भी मुसीबत से घबराने की जरूरत नहीं है. परिस्थिति चाहे जो भी हो आप अपना हौसला बुलंद रखें और कड़ी मेहनत करते रहें. अगर आप लगातार सही रणनीति और बेहतर गाइडेंस के साथ पढ़ाई करते रहेंगे तो आप जरूर सफल हो जाएंगे.
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