छात्र जीवन की खास बात ये होती है कि ये शंकाओं और सवालों से भरा होता है और इस समय अगर सही गाइडेंस मिल जाए तो जीवन संवर जाता है. ऐसा ही कुछ मार्गदर्शन दिया बिहार के अवध ओझा सर ने एबीपी न्यूज के विशेष कार्यक्रम आइडियाज ऑफ इंडिया में. इस कार्यक्रम में यूं तो अवध ओझा सर ने बहुत से टिप्स दिए पर उन्होंने छात्र जीवन में इन तीन बातों पर विशेष ध्यान देने की बात कही. जानते हैं क्या हैं अवध ओझा सर का सफलता का मंत्र.


इन तीन बातों को गांठ बांध लें


अपना टाइम किसी को मत दो. अवध सर ने छात्रों से अपना समय किसी को न देने की सलाह दी. मतलब साफ था की समय की अहमियत समझें. दूसरी जरूरी बात कि हमेशा हाई टेम्परेचर वाले लोगों के बीच रहें. मसलन आप आईएएस की तैयारी कर रहे हैं और रहते ऐसे दोस्त के साथ हैं जो चपरासी बनकर खुश है तो आप कभी तरक्की नहीं करेंगे. इसलिए अपने या अपने से ज्यादा बड़ा लक्ष्य रखने वालों का साथ करें.


तीसरी और सबसे जरूरी बात कि अपने मां-बाप की बात जरूर मानें. कुछ भी हो तो उनसे चर्चा जरूर करें और ये न सोचें कि इन्हें बताने से क्या फायदा. छात्र जीवन में इन तीनों बातों का ध्यान जरूर रखें.


धोखा खाने से अक्ल आती है बादाम खाने से नहीं


ओझा सर ने हल्के-फुल्के अंदाज में ये भी कहा कि बादाम खाने से अक्ल नहीं आती बल्कि धोखा खाने से यानी दुनियादारी जानने और समझने से अक्ल आती है. उनका कहना था कि ज्यादा प्रोटेक्टिव माहौल में न रहें. बाहर निकलें, हर तरह के लोगों से मिलें, हर तरह के अनुभव लें और उनसे सीखें. इसमें कई बार आप गलतियां करेंगे, धोखा खाएंगे पर जितना धोखा खाएंगे उतने ही समझदार बनते चले जाएंगे.


ऑनलाइन या ऑफलाइन में क्या बेहतर


ऑनलाइन और ऑफलाइन में से कौन सी क्लास बेहतर है  के जवाब में ओझा सर ने कहा कि आने वाला समय भले ऑनलाइन क्लास का हो जाए लेकिन ऑफलाइन की जगह, उसका महत्व और वहां मिलने वाले फायदे अलग ही हैं.


इसके साथ ही सर ने सेक्स एजुकेशन की जरूरत पर भी बल दिया और कहा की हमारे जैसे देश में सेक्स एजुकेशन की बहुत जरूरत है. प्लान बी होना चाहिए कि नहीं इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्लान बी का मतलब ही है कि आपको खुद पर भरोसा नहीं. खुद से कह दीजिए कि या तो ये या कुछ नहीं. पूरी तैयारी और भरोसे के साथ मैदान में उतरिये.


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