JEE Main 2021: जेईई मेन परीक्षा 2021 के कैंडिडेट्स के लिए एक खुशखबरी है. इस साल अगर उनके बारहवीं में 75 प्रतिशत अंक नहीं भी आते हैं तब भी वे जेईई मेन परीक्षा का एंट्रेंस दे सकते हैं. यह घोषणा हाल ही में यूनियन एजुकेशन मिनिस्टर रमेश पोखरियान निशंक ने की. उन्होंने इस साल की जेईई मेन परीक्षा की न्यूनतम योग्यता से यह क्लॉज हटा दिया है.


आपकी जानकारी के लिए बता दें इस परीक्षा के माध्यम से देश भर के विभिन्न आईआईटीज, एनआईटीज, एसपीएज और सेंट्रली फंडेंड टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स में कैंडिडेट्स को एडमिशन दिया जाता है. इस प्रकार जिन भी संस्थानों में स्टूडेंट्स को जेईई मेन परीक्षा के आधार पर एडमिशन दिया जाता है उन सबके लिए इस क्राइटेरिया को रिमूव कर दिया गया है. ध्यान देने वाली बात यह है कि यह छूट केवल इस साल के लिए है यानी एकेडमिक सेशन 2021-22 के लिए.


एजुकेशन मिनिस्टर ने किया ट्वीट -


एजुकेशन मिनिस्टर ने इस बाबत ट्वीट करके जानकारी दी. अगर इस ट्वीट की भाषा जाननी हो तो इसमें कहा गया है कि, “आईआईटी जेईई (एडवांस्ड) के लिए, लिए गए निर्णय और पिछले शैक्षणिक वर्ष के लिए, लिए गए निर्णय को ध्यान में रखते हुए, संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य परीक्षा) के तहत पात्रता मानदंड 75% अंक (कक्षा 12 परीक्षा में) छूट देने का निर्णय लिया गया है. यह फैसला अगले शैक्षणिक वर्ष 2021-2022 के लिए एनआईटी, आईआईआईटी, एसपीए और अन्य सीएफटीआई के संबंध में है, जिनके प्रवेश जेईई (मुख्य) पर आधारित होते हैं. "


हुए हैं और भी बदलाव –


इस साल कोरोना के कारण जेईई मेन और अन्य बड़ी परीक्षाओं में कई प्रकार के बदलाव किए गए हैं और कई तरह की छूट भी दी गई हैं. इसके बावजूद स्टूडेंट्स की तरफ से मांग उठ रही है कि परीक्षा कैंसिल की जानी चाहिए. हालांकि इस बारे में शिक्षा मंत्रालय की तरफ से कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं. पिछले साल की स्थितियां काफी खराब थी उसके बावजूद परीक्षा संपन्न हुई थी, ऐसे में इस साल परीक्षा आयोजित न हो, ऐसा होने की कोई संभावना नहीं है.


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