MBBS From IIT Kharagpur: जब-जब आईआईटी का नाम आता है तो लोगों की जबान पर इंजीनियरिंग शब्द ही आता है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी आईआईटी का मतलब ही होता है तकनीकी और इंजीनयिरंग से संबंधित पढ़ाई. हालांकि अब ऐसा नहीं होगा और इस शब्द के मायने बदलने वाले हैं. आईआईटी से अब मेडिकल की भी पढ़ाई की जा सकेगी. ऐसा करने वाला देश का पहला संस्थान बनेगा आईआईटी खड़गपुर. ये देश के सबसे पुराने आईआईटी में से एक है और अब इसके नाम एक और रिकॉर्ड होने जा रहा है.


यहां से कर सकेंगे एमबीबीएस कोर्स


इस फील्ड में आगे बढ़ते हुए संस्थान ने एमबीबीएस कोर्स लॉन्च कर दिया है. ये नेशनल एजुकेशन पॉलिसी या एनईपी 2020 के तहत लॉन्च किया गया है जिसकी मदद से कैंडिडेट मेडिसिन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर सकेंगे. ये कोर्स आईआईटी खड़गपुर के अंतर्गत आने वाले बी सी रॉय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा चलाया जाएगा.


ये नया कोर्स भी हो रहा है लॉन्च


आईआईटी खड़गपुर इसके साथ ही नया पांच साल का इंटरडिस्प्लिनरी ड्यूल डिग्री प्रोग्राम भी शुरू करेगा. इसके तहत कैंडिडेट्स बीटेक और एमटेक प्रोग्राम कर सकेंगे. एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के साथ ही चार साल का बैचलर ऑफ साइंस प्रोग्राम भी लॉन्च किया जाएगा.


बढ़ायी गई हैं च्वॉइसेस


संस्थान में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में इलेक्टिव्स की च्वॉइस बढ़ायी गई हैं. इंटरडिस्प्लिनेरी ड्यूल डिग्री प्रोग्राम भी लॉन्च किए गए हैं. यूजी प्रोग्राम्स में 8 हफ्तों की समर इंटर्नशिप होती थी जिसे बढ़ाकर आठ महीने की इंडस्ट्री इंटर्नशिप में बदल दाया गया है. वहीं पीजी प्रोग्राम्स के लिए भी इंटर्नशिप शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है.


स्टूडेंट्स को मिलेंगे ये फायदे


एनईपी को क्यूरिकुलम में शामिल करने से बहुत से फायदे मिलेंगे खासकर जॉब की फील्ड में. मल्टीपल एंट्री और एग्जिट ऑप्शंस की सहायता से कैंडिडेट्स कभी भी इंटर्नशिप के लिए कोर्स के बीच में ब्रेक ले सकते हैं. ठीक इसी तरह कुछ दिन ट्रेनिंग या जॉब पूरा करने के बाद वे फिर से डिग्री पूरी करने के लिए संस्थान ज्वॉइन कर सकते हैं.


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