एक ओर जहां अच्छा स्कोर न होने पर एडमिशन मिलना भी मुश्किल होता है. वहीं, महंगी फीस भी छात्र-छात्राओं के डॉक्टर बनने के सपने पर पानी फेरने की पूरी कोशिश करती है. ऐसे में आइये हम बताते हैं देश के उन पांच निजी मेडिकल कॉलेज के बारे में जहां बेहद कम फीस में कम स्कोर वाले छात्र-छात्राएं भी प्रवेश पा सकते हैं.


आर्मी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (ACMS), नई दिल्ली


भारत के टॉप 25 मेडिकल कॉलेजों में शुमार करने वाला आर्मी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से संबद्ध देश के नामी मेडिकल कॉलेज है. यह आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी (AWES) द्वारा सहायता प्राप्त है. नई दिल्ली में यह दिल्ली कैंट के बेस हॉस्पिटल के पास स्थित है. इस कॉलेज में हर साल 100 स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलता है. यह कॉलेज सिर्फ एमबीबीएस कोर्स ही ऑफर करता है.



क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CMS), वेल्लोर


देश के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में शुमार करने वाले क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CMS) की स्थापना 1900 में हुई थी. तमिलनाडु के डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध इस मेडिकल कॉलेज में 8 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं. इसके दो कैंपस हैं. मुख्य कैंपस वेल्लोर सिटी के बीच में है जबकि दूसरा बगायम में मुख्य कैंपस से करीब सात किलोमीटर दूर है. 2023 में नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क मेडिकल रैंकिंग में भारत में तीसरा स्थान हासिल कर चुके इस कॉलेज में एमबीबीएस के अलावा 57 पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा और डिग्री मेडिकल कोर्सेज जिनमें MS, MD, DM, MCh, बैचलर ऑफ साइंस, मास्टर ऑफ साइंस शामिल है, उन्हें पढ़ाया जाता है. साथ ही कॉलेज 52 फेलोशिप कोर्स भी ऑफर करता है.

महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (MGIMS)


महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस भारत का पहला ग्रामीण मेडिकल कॉलेज है. महाराष्ट्र के सेवाग्राम में स्थित इस संस्थान का प्रबंधन कस्तूरबा हेल्थ सोसायटी द्वारा किया जाता है. संस्थान हर साल MBBS के 100 बच्चों को इनरोल करता है. इसमें से आधे महाराष्ट्र राज्य से और बाकी आधे शेष भारत से आते हैं. ये कॉलेज एमबीबीएस के साथ-साथ MD और MS की डिग्री और मेडिसिन और सर्जरी में डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध कराता है. यह मेडिकल कॉलेज 1969 में शुरू हुआ. कॉलेज 1997 तक नागपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध था लेकिन वर्ष 1998 से अब यह महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (MUHS), नासिक से एफिलिएटेड है.



त्रिची एसआरएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, तिरुचिरापल्ली


साल 2008 में एसआरएम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस द्वारा स्थापित त्रिची एसआरएम मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर देश के नामी संस्थानों में से एक है. यह तमिलनाडु की डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध है. यहां पर एमबीबीएस के अलावा, पैरा-मेडिकल, नर्सिंग, फार्मेसी, फिजियोथेरेपी और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे कोर्सेज में डिप्लोमा भी किया जा सकता है.


एसडीएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेस एंड हॉस्पिटल, धारवाड़


कर्नाटक के मंजुश्रीनगर में स्थित एसडीएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज हुबली और धारवाड़ के बीच नवलूर रेलवे स्टेशन के पास बना है. 2003 में बना यह देश के सबसे बड़े प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में से एक है और कर्नाटक में सबसे बड़ा है. राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (RGUHS), बैंगलुरू से संबद्ध यह कॉलेज एमबीबीएस के साथ ही पैरा-मेडिकल, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे कोर्स में डिप्लोमा भी कराता है.



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