Career After 12th in Civil Engineering: अगर आपकी कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में रुचि है, तो सिविल इंजीनियरिंग में करियर बना सकते हैं. सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राएं 10वीं के पास डिप्लोमा कर सकते हैं और 12वीं के बाद बैचलर डिग्री कोर्स कर सकते हैं. इस क्षेत्र में नौकरी की काफी संभावनाएं और सैलरी भी काफी अच्छी मिलती है.


सिविल इंजीनियरिंग एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसमें डिप्लोमा व डिग्री दोनों कोर्स शामिल हैं. डिप्लोमा करने की इच्छा रखने वाले छात्र-छात्राएं 10वीं क्लास के बाद मान्यता प्राप्त पॉलिटेक्निक से 3 साल का सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार जूनियर इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू कर सकता है. उधर, डिग्री कोर्स के लिए छात्र-छात्राओं को साइंस स्ट्रीम (पीसीएम) से 12वीं पास होना जरूरी है.ये कोर्स चार वर्ष का होता है. जिसे हम सभी बीटेक के नाम से भी जानते हैं. इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार सिविल इंजीनियर के तौर पर करियर शुरू कर सकते हैं. बैचलर डिग्री कोर्स करने के बाद छात्र-छात्राएं इसमें मास्टर्स यानी एमटेक भी कर सकते हैं और उसे करने के बाद वह पीएचडी भी कर सकते हैं.


सैलरी
करियर की शुरुआत में एक जूनियर सिविल इंजीनियर को 18 हजार से 25 हजार रुपये महीने की सैलरी मिलती है. जिसके बाद अनुभव हो जाने के साथ-साथ इसमें बढ़ोतरी होती जाती है. उधर, अगर बीटेक करने के बाद सिविल इंजीनियर की सैलरी की बात करें तो इसकी शुरुआत 25 हजार से 35 हजार रुपये महीने से होती है. इसमें भी अनुभव के आधार पर छात्रों की सैलरी में इजाफा होता है.


स्कोप
अगर हम सिविल इंजीनियरिंग में स्कोप की बात करें तो इस क्षेत्र में उम्मीदवार के पास सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में नौकरी की संभावनाएं रहती हैं. सरकारी विभागों में सिविल इंजीनियर की काफी मांग रहती है. साथ-साथ प्राइवेट सेक्टर में भी इसकी काफी अच्छी डिमांड है.


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