(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरोना महामारी के बीच Jamia Milia Islamia में 15 अप्रैल से ऑफलाइन मोड में शुरू होंगी बोर्ड परीक्षाएं
देश में कोरोना का प्रकोप गहराता जा रहा है. हर दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले दर्ज किए जा रहे हैं. मौजूदा हालातों को देखते हुए कई राज्यों ने बोर्ड की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं. सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की भी मांग की जा रही है. इन सबके बीच जामिया मिलिया इस्लामिया ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को ऑफलाइन मोड में ही कराने का फैसला लिया है. बता दें कि 15 अप्रैल से जामिया में बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं.
देश में एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ जामिया मिलिया इस्लामिया ने 15 अप्रैल से अपने स्कूल के छात्रों के लिए वार्षिक बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक छात्रों को ऑफ़लाइन मोड में परीक्षा देने के लिए उपस्थित होना होगा.
15 अप्रैल से शुरू हो रही हैं बोर्ड परीक्षाएं
बता दें कि कक्षा 12 वीं की परीक्षाएं 15 अप्रैल से शुरू होंगी और दसवीं कक्षा की परीक्षाएं 16 अप्रैल से शुरू होंगी. दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं क्रमशः 21 मई और 11 मई को समाप्त होंगी. तीन स्कूलों के छात्र - जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल और सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा में शामिल होंगे.
छात्रों और अभिभावकों ने की ये अपील
गौरतलब है कि जहां एक तरफ जामिया मिलिया इस्लामिया बोर्ड परीक्षा को ऑफलाइन मोड में कराने जा रही है तो वहीं मंगलवार को, छात्रों ने ऑफ़लाइन परीक्षा पर चिंता जताई और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए संबंधित अधिकारियों से तारीखों पर पुनर्विचार करने के लिए अपील की है.
कक्षा 12 वीं के छात्रों में से एक ने कहा, “सभी स्कूल बंद हैं और सरकार ने आदेश दिया है कि किसी भी बच्चे को स्कूलों में नहीं बुलाया जाना चाहिए, फिर भी जामिया परीक्षाओं को आयोजित कर है मैं चिंतित हूं और इसलिए मेरे माता-पिता भी परेशान हैं.
वहीं एक टीचर के मुताबिक प्राइवेट कैंडिडेट सहित 3,000 से अधिक छात्र परीक्षा में बैठेंगे. शिक्षक संघ ने उप-कुलपति नजमा अख्तर को भी लिखा है कि वह परीक्षा को या तो स्थगित करें या उन्हें ऑनलाइन आयोजित करें.
सभी से विचार-विमर्श करने के बाद लिया गया परीक्षा कराने का फैसला
हालांकि, विश्वविद्यालय ने कहा है कि परीक्षा आयोजित करने का निर्णय सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ सलाह करने के बाद ही लिया गया था. वहीं यूनिवर्सिटी के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर अहमद अज़ीम ने कहा, “यह निर्णय डीन, शिक्षकों और यहां तक कि माता-पिता के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया है. सभी का मानना था कि बोर्ड परीक्षा आयोजित करना महत्वपूर्ण है.”
परीक्षा के दौरान सभी कोविड मानदंडो का किया जाएगा पालन
वहीं उन्होंने ये भी कहा कि, अगर कोई भी छात्र अभी परीक्षा देने का इच्छुक नहीं है, तो वह बाद में कंपार्टमेंट के छात्रों के साथ इसके लिए उपस्थित हो सकता है. ” उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान सभी कोविड मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि जामिया परिसर बहुत बड़ा है और अगर जरूरत पड़ी तो हम एक परीक्षा हॉल में सिर्फ पांच छात्र भी रख सकते हैं."
डेटशीट के मुताबिक, जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल और जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र को सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के रूप में नामित किया गया है.
ये भी पढ़ें
PM मोदी आज एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की 95वीं वार्षिक मीटिंग को करेंगे संबोधित
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI