Jamia Millia Islamia : जामिया मिल्लिया इस्लामिया में लंबे समय से चल रहे पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से मान्यता मिल गई है. बता दें कि लंबे समय से जामिया में चल रहे इस कोर्स को मान्यता न मिलने के कारण हजारों छात्रों के भविष्य अंधकार में था. इसके कारण कई छात्रों ने सरकारी नौकरी के लिए लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में सलेक्शन होने के बावजूद उन्हें नौकरियों से वंचित होना पड़ा. उन्हें यह कह कर नौकरी देने से माना कर दिया जाता था कि आपकी डिग्री को एआईसीटीई की मान्यता नहीं है इसलिए उन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही थी.
जामिया के कुलसचिव डॉ नाजिम हुसैन अल जाफरी का कहना है कि लंबे प्रयास के बाद जामिया यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स को एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त हो गई है. उन्होंने बताया कि पेपर वर्क पूरा नहीं था इसलिए मान्यता मिलने में समय लग रहा था. पेपर वर्क पूरा होते ही मान्यता मिल गया.
कब से चल रहा है यह कोर्स
वहीं बता दें कि यूनिवर्सिटी में पॉलिटेक्निक कोर्स की शुरूआत सन् 1957 में हुई थी. साल 2000 में इस कोर्स को कुछ कारणों से कुछ समय तक बंद भी करना पड़ा था. उसके बाद यह कोर्स लगातार चल रहा है. इस प्रोग्राम के अंदर पॉलिटेक्निक डिप्लोमा सिविल इंजीनियरिंग, मकैनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग और कंप्यूटर इंजीनियरिंग आदि कोर्स है. इसमें एक रेगुलर कोर्स है और दूसरा इवनिंग कोर्स है। दोनों ही कोर्स तीन साल और पांच साल के है. इन दोनों ही कोर्स का एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त नहीं थी.दसवीं और बाहवीं के बाद छात्र पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स करते हैं.
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