JEE Mains Merit List Eligibility: ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर इंजीनियरिंग (JEE Main Exam) देने वाले कैंडिडेट्स के लिए बड़ी खबर है. जेईई मेन में फिर से 75 फीसदी अंकों का नियम लागू कर दिया गया है. यानी अगर कैंडिडेट के बारहवी में 75 प्रतिशत से कम अंक होंगे तो उसे मेरिट सूची में स्थान नहीं मिलेगा. ये नियम जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए है जबकि आरक्षित श्रेणी के कैंडिडेट्स को कम से कम 65 प्रतिशत अंक लाने होंगे तभी उन्हें मेरिट में स्थान मिलेगा.


कोविड के कारण मिली थी छूट


बता दें कि जेईई मेन परीक्षा के लिए ये नियम पहले भी लागू था लेकिन पिछले दो सालों में कोविड के कारण इस नियम में छूट दे दी गई थी. पिछले दो सालों में अगर कैंडिडेट के 12वीं में 74 प्रतिशत अंक नहीं भी आते हैं और जेईई मेन में उसका सेलेक्शन हो जाता है तो इसे एडमिशन के लिए पात्र माना जाता था. लेकिन इस बार से नियम बदल गया है. अगर कैंडिडेट जेईई मेन में सेलेक्ट हो भी जाता है पर बोर्ड रिजल्ट आने के बाद उसके अंक 75 प्रतिशत से कम होते हैं तो उसे मेरिट सूची में स्थान नहीं मिलेगा.


इन छात्रों की बढ़ी मुसीबत


इस नियम के आने से उन छात्रों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है जो कोविड के दौरान जेईई मेन में बेहतर स्कोर नहीं कर पाए और इस वजह से कहीं एडमिशन न लेकर दोबारा तैयारी कर रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या में ऐसे छात्र भी हैं जिनके 12वीं में 75 प्रतिशत अंक नहीं हैं. नए नियम के बाद वे अब दाखिला नहीं ले पाएंगे. ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड की बैठक में जब ऐसे छात्रों का मुद्दा उठा तो उस पर खास ध्यान नहीं दिया गया.


सभी विषयों में पास होना जरूरी


छात्रों के लिए 12वीं में सभी विषयों में पास होना जरूरी है. बीटेक और बीई के लए फिजिक्स और मैथ्स कंपलसरी है. इसके अलावा केमिस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजी या टेक्निकल वोकेशनल अन्य विषय हो सकते हैं. बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बैचलर ऑफ प्लानिंग के लिए मैथ्स सब्जेक्ट कंपलसरी है.


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