रांची: झारखंड में इस साल 10वीं और 12वीं के नतीजे बेहद खराब रहे. प्रदेश के 66 स्कूलों और इंटरमीडिएट कॉलेज का एक भी छात्र परीक्षा पास नहीं कर पाया. 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को शिक्षा विभाग की प्रमुख नीरा यादव ने 30 मई को जारी किया था.
झारखंड अकादमी परिषद (जेएसी) के मुताबिक, 10वीं में 57.9 फीसदी, इंटरमीडिएट साइंस के 52.36 फीसदी और इंटर-वाणिज्य के 60.09 फीसदी छात्र परीक्षा में पास हुए.
शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक, 33 इंटरमीडिएट कॉलेज और इतनी ही संख्या में उच्च विद्यालय का एक भी छात्र परीक्षा में पास नहीं हो पाया. 33 इंटरमीडिएट कॉलेजों में कुल 148 छात्र 12वीं कक्षा की परीक्षा में बैठे, जबकि स्कूलों के 240 छात्र 10वीं कक्षा की परीक्षा में बैठे थे. लेकिन एक भी छात्र पास नहीं हो पाया.
चिंतित शिक्षकों और राष्ट्रीय शिक्षा संघ ने खराब नतीजों के लिए तकनीकी कारणों का हवाला दिया है.
राष्ट्रीय शिक्षा संघ के महासचिव अमरनाथ झा ने कहा, "भारी संख्या में 10वीं कक्षा के छात्र अंग्रेजी की परीक्षा में फेल हो गए. झारखंड अकादमी परिषद के प्रावधानों का खयाल नहीं रखा गया,"
शिक्षक संघ के सदस्यों ने बुधवार को जेएसी के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह से मुलाकात की और मुद्दे से उन्हें अवगत कराया. अध्यक्ष ने मुद्दे को देखने का आश्वासन दिया है.
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI