JNU एंट्रेंस एग्जाम तभी आयोजित किए जाएंगे जब छात्रों के लिए परीक्षा देना सुरक्षित होगा - कुलपति
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के घातक परिणाम को देखते हुए बोर्ड की परीक्षाओं सहित कई प्रवेश परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. वहीं जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने कहा है कि जब भी स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा में बैठना सुरक्षित होगा तभी विश्वविद्यालय द्वारा JNU प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने बुधवार को कहा कि विश्वविद्यालय तभी जेएनयू प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा जब छात्रों के लिए परिस्थितियां सुरक्षित होंगी. उन्होंने कहा कि यदि कोविड के कारण एडमिशन में देरी होती है और एडमिशन बाद की तारीख में होता है, तो यूनिवर्सिटी बिना समय बर्बाद किए हुए अपने शैक्षणिक कैलेंडर को निश्चित रूप से एडजस्ट कर लेगी.
PG और MPhill कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होती है परीक्षा
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय एंट्रेंस एग्जाम, या JNUEE पोस्टग्रेजुएट और एमफिल कार्यक्रमों में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है. आम तौर पर ये प्रवेश परीक्षा मई और जून के दौरान आयोजित की जाती है, इस साल कोरोना महामारी के कारण प्रवेश परीक्षा में देरी हुई है.
विंटर सेमेस्टर में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस भी रोका गया
विश्वविद्यालय ने विंटर सेमेस्टर में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को भी रोक दिया है. विंटर सेमेस्टर 2021 के लिए पंजीकरण 8 मई से शुरू होने वाला था लेकिन कोविड-19 महामारी और इससे उत्पन्न स्थिति को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ऑनलाइन मोड JNU 2021 आवेदन पत्र जारी करेगी. हालांकि JNUEE आवेदन पत्र 2021 की तारीख की घोषणा की जानी अभी बाकी है.
CBSE 12वीं की परीक्षा को रद्द करने के केंद्र के फैसले का किया स्वागत
वहीं कुलपति एम जगदीश कुमार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सीबीएसई बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षाओं को रद्द करने के केंद्र के फैसले का भी स्वागत किया और कहा कि यह एक “व्यावहारिक और तर्कसंगत” कदम है. उन्होंने एक बयान में कहा, “ 12वीं की परीक्षा के संबंध में लिया गया फैसला इस तथ्य को देखते हुए व्यावहारिक और तर्कसंगत है कि यह महामारी सदी में एक बार होती है और छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोपरि है.”
इसके साथ ही जेएनयू वीसी ने आगे सुझाव दिया कि कक्षा 12वीं के मार्क्स के आधार पर अंडरग्रेजुएट कोर्सेस में एडमिशन के लिए विश्वविद्यालय उचित प्रक्रियाएं तैयार कर सकते हैं जो निष्पक्ष और पारदर्शी हों.
ये भी पढ़ें
यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने किया ऐलान
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI