JNU Reopening: JNU ने चरणबद्ध तरीके से खोलने का किया फैसला, जानिए कल से क्या होंगे कोविड प्रोटोकॉल
JNU Reopening: पीएचडी शोधार्थियों के लिए कल से जीएनयू दोबारा खुलने जा रहा है. छात्रों से कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन की उम्मीद की गई है. कैंपस में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी रहेगा.
JNU Reopening: हाल ही में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने 50 फीसद क्षमता के साथ शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोलने की इजाजत दी है. प्राधिकरण ने दिल्ली में शैक्षणिक संस्थानों को दोबारा खोलने के लिए विस्तृत गाइडलाइन्स जारी की है. उसके मद्देनजर, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय ने अपने कैंपस को चरणबद्ध तरीके से खोलने का फैसला किया है. कैंपस कल से पहले पीएचडी शोधार्थियों के लिए खोला जाएगा. विश्वविद्यालय ने कहा है कि परिसर पहुंचने पर प्रत्येक छात्र को 72 घंटे पहले की नेगेटिव आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट पेश करनी होगी. आधिकारिक नोटिस में बताया गया है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर केंद्रीय लाइब्रेरी में बैठने की क्षमता को गाइडलाइन्स के मुताबिक 50 फीसद किया गया है. लाइब्रेरी की नियमित अंतराल पर साफ-सफाई भी की जाएगी. कैंपस के दोबारा खोले जाने से पहले विस्तृत गाइडलाइन्स छात्रों को जानना चाहिए.
कल से दोबारा खुलने जा रहा JNU का परिसर, जानिए SOP
- इस समय स्कूल और केंद्रीय लाइब्रेरी बंद रहेंगे.
- मास्क के बिना कैंपस में दाखिले की इजाजत नहीं.
- कैंपस पहुंचने के बाद छात्रों से स्व घोषित फॉर्म भरने और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 30 अगस्त को जारी गाइडलाइन्स पालन की उम्मीद की जाती है.
- कंटेनमेंट जोन में रहनेवालों को कैंपस में दाखिले की इजाजत नहीं दी जाएगी.
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा, सभी सार्जवनिक क्षेत्रों की बराबर साफ-सफाई की जाएगी.
- इस कठिन समय में भावनात्मक समर्थन उपलब्ध कराने के लिए छात्रों को कैंपस में कांउसिलिंग या मार्गदर्शन की इजाजत दी जाएगी.
- कैंपस में दाखिल होनेवाले छात्रों को 72 घंटे पहले के आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट जमा करना होगा.
- किसी बीमारी से पीड़ित छात्र को कैंपस में आने की सलाह नहीं दी जाती है. ऐसे छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास का विकल्प जारी रहेगा.
- कोरोना के लक्षणों की रिपोर्ट करनेवाले छात्र को हेल्थ सेंटर जाना चाहिए या खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए.
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