जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) का परिसर आज से चरणबद्ध तरीके से फिर से खोला जा रहा है. JNU कैंपस पहले पीएचडी शोधार्थियों के लिए ओपन किया जा रहा है जिन्हें इस साल के अंत तक अपनी थीसिस जमा करनी है. विश्वविद्यालय ने कहा कि परिसर में पहुंचने पर, प्रत्येक छात्र आगमन से 72 घंटे पहले एक नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट पेश करेगा. विश्वविद्यालय ने अपने बयान में कहा है कि, “9बी छात्रों सहित सभी फाइनल ईयर के पीएचडी रिसर्च स्कॉलर, जिन्हें 31 दिसंबर को या उससे पहले अपनी पीएचडी थीसिस जमा करने की जरूरत है, उन्हें परिसर में प्रवेश करने की अनुमति है. पीएचडी कार्यक्रम के पीडब्ल्यूडी (विकलांग व्यक्ति) छात्रों को भी प्रवेश की अनुमति है परिसर. “
50 प्रतिशत क्षमता वाले रीडिंग हॉल में बैठ सकेंगे छात्र
डॉ बीआर अंबेडकर सेंट्रल लाइब्रेरी को सैनिटाइज किया जाएगा और पुस्तकालय को फिर से खोलने से पहले 50 प्रतिशत क्षमता वाले रीडिंग हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाएगी.टीचिंग-लर्निंग ऑनलाइन मोड में जारी रहेगा, जबकि स्कूल सेंटर लेवल की लाइब्रेरी बंद रहेंगी.
कंटेनमेंट जोन वाले छात्र-शिक्षक और स्टाफ की कैंपस में एंट्री नहीं होगी
कंटेनमेंट जोन में रहने वाले छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को विश्वविद्यालय परिसर में आने की अनुमति नहीं है. छात्रों और कैंपस कम्यूनिटी के लिए ऑन-कैंपस काउंसलिंग गाइडेंस को फेस मास्क और स्वच्छता दिशानिर्देशों के भावनात्मक ट्रामा सपोर्ट देने के लिए आयोजित किया जाएगा.” विश्वविद्यालय ने कहा कि बिना मास्क के किसी को भी परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. बता दें कि काफी समय से छात्र संघ चरणबद्ध तरीके से परिसर को फिर से खोलने की मांग कर रहा है.
ये भी पढ़ें
Chennai Metro Recruitment: बीटेक, बीई, एमबीए वालों को है नौकरी की तलाश? यहां करें आवेदन
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI