सेना की टेक्निकल एंट्री स्कीम (टीईएस) के लिए अब 10+2 के अलावा JEE(Mains) भी करना होगा क्वालिफाई
टीईएस स्कीम(टेक्निकल एंट्री स्कीम) के तहत भारतीय सेना में शामिल होने के लिए अब 10+2 के अलावा जेईई (मेन्स) भी पास करना होगा. दरअसल अगले बैच यानि जुलाई वाले बैच से सेना की टेक्निकल एंट्री स्कीम (टीईएस) के लिए जेईई (मेन्स) क्वालिफाई करने को एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया बना दिया गया है.
सेना की टेक्निकल एंट्री स्कीम (टीईएस) के लिए अब अभ्यार्थियों को जेईई (मेन्स) परीक्षा भी क्वालीफाई करनी जरूरी होगी. दरअसलजेईई (मेन) क्वालीफाइंग को अब अगले बैच के लिए 10+2 के अलावा टीईएस योजना (तकनीकी प्रवेश योजना) के तहत भारतीय सेना में शामिल होने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया बना दिया गया है.गौरतलब है कि सेना की टीईएस परीक्षा के लिए फिलहाल 10+2 (पीसीएम) ही जरूरत होती थी. लेकिन अगले बैच यानि जुलाई वालै बैच के लिए जेईई (मेन्स) भी क्वालीफाई करना अनिवार्य होगा.
टीईएस के जरिए सेना की इन ब्रांच में होती है भर्ती
बता दें कि टीईएस के जरिए सेना की सिग्नल कोर, इंजीनियरिंग कोर और ईएमई ब्रांच में शामिल होते हैं. इस टीईएस कोर्स के बाद कैडेट-ऑफिसर्स, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रोनिक, सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल कर सेना में तैनात होते हैं. टेक्निकल-वॉरियर्स की जरूरत सेना को अब आधुनिक युद्धकला जैसे साईबर वॉरफेयर, इंफोर्मेशन वॉरफेयर, साईक्लोजिकल वॉरफेयर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में हो रही है.
ऐसे में जो युवा सेना की टेक्निकल एंट्री स्कीम के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं उन्हें ध्यान देना चाहिए कि अब 12वीं के अलावा उन्हें जेईई(मेन्स) परीक्षा में भी उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा. तभी वे आवेदन कर पाएंगे.
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