हर साल लाखों नए कैंडिडेट्स कंपीटिटिव जॉब मार्किट में एंटर करते हैं और अपने सपनों के ऑर्गेनाइजेशन में नौकरी पाने के लिए जद्दोजहद करते हैं. हालांकि कंपटीशन के लेवल स्तर और मार्किट के रेग्यूलर डेवलेपमेंट को देखते हुए, केवल एक बेहतरीन एकेडमिक रिकॉर्ड होना ही काफी नहीं है यह तो बस एक शर्त है.
जॉब मार्किट में अपनी वैल्यू बढ़ाने के लिए एक कैंडिडेट में कुछ एक्सट्रा ऑर्डिनरी होना बेहद जरूरी है. ये सर्टिफिकेशन, एक्सीलेंट कम्यूनिकेशन स्किल और अच्छे वर्क एक्सपीरियंस के फॉर्म में हो सकता है. यहां हम कुछ ऐसे टिप्स और ट्रिक्स आपको बता रहे हैं जो एक फ्रेशर को ज्यादा एम्पलॉयेबल बनाने में मदद करेंगे.
1-तय करें कि आप क्या करना चाहते हैं
एक फ्रेशर को सबसे पहले यह डिसाइज करने की जरूरत है कि वे करियर के रूप में क्या ऑप्शन चुनना चाहते हैं. एक बार यह फैसला ले लेंगे तो बाकी सब पर ध्यान दिया जा सकता है. यह रिकमंड किया जाता हैकि उम्मीदवार अपने इंटरेस्ट और स्किल के आधार पर अपने करियर का सिलेक्शन करें.
2- अपने कम्यूनिकेशन स्किल पर काम करें
कम्यूनिकेशन स्किल आज की बिजनेस इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा जरूरी है. एक जैसे एकेडमिक रिकॉर्ड वाले दो कैंडिडेट्स के बीच क्म्यूनिकेशन स्किल पर अंतर किया जा सकता है. गौरतलब है कि डोमेस्टिक मार्किट अब एक विशाल ग्लोबल मार्किट को भी अप्रोच कर रहा है इसलिए नौकरी चाहने वालों को इंग्लिश में कम्यूनिकेशन में महारत हासिल करनी चाहिए, जिसे ग्लोबल लैंग्वेज के रूप में मान्यता प्राप्त है.
3- एक इंटरेस्टिंग रिज्यूम बनाएं
एक कहावत है कि "फर्स्ट इम्प्रेशन इज द लास्ट इम्प्रेशन" और ये खासतौर पर तब सच लगती है जब कॉर्पोरेट बाजार में नौकरी के लिए अप्रोच करते हैं. जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो रिज्यूम पहला इम्प्रेशन बनाता है इसलिए रिज्यूम काफी इंटरेस्टिंग होना चाहिए. सुनिश्चित करें कि इंटरव्यू के लिए शॉर्टलिस्ट होने का सबसे अच्छा मौका देने के लिए आपका रिज्यूम क्लियर और इम्प्रेसिव हो.
4- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल डेवलेप करें
एम्पलॉयर्स ऐसे कैंडिडेट्स को पसंद करते हैं जो तनाव में नहीं आते हैं और तुरंत समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. इसलिए फ्रेशर उम्मीदवार में कुछ खास स्किल होनी चाहिए जैसे क्रिएटिविटी, टाइम मैनेजमेंट, टीम वर्क और कम्यूनिकेश एंड रिसर्च.
5- इंटर्नशिप करें
आज इंडस्ट्री में लगभग हर नौकरी के लिए उम्मीदवार के पास वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए. इस संबंध में इंटर्नशिप कैंडिडेट्स की बहुत मदद कर सकती है.इंटर्नशिप किए हुए कैंडिडेट्स न केवल अपने एम्पलॉयर्स को यह दिखाने में सक्षम होते हैं कि उन्हे काम के माहौल का अनुभव है बल्कि यह उनकी स्किल इंप्रूवमेंट में भी मदद करता है. कम्पेयर कैंप की एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 70% कंपनियां इंटर्न को फुलटाइम नौकरी ऑफर करते हैं, और 80% इंटर्न ऐसे प्रस्तावों को स्वीकार करते हैं.
6- स्ट्रॉन्ग नेटवर्क बनाएं
जंगल में अकेला भेड़िया मर जाता है लेकिन पैक बच जाता है. यदि आप बिजनेड इंडस्ट्री में सफलता का स्वाद चखना चाहते हैं, तो आपके पास एक मजबूत प्रोफेशनल नेटवर्क होना बेहद जरूरी है.
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