टेंशन बिल्कुल न लें!! विदेशों में भले ही बुरा हाल हो पर भारत में नौकरियों की बहार आने वाली है, ये रिपोर्ट देखें
Job Opportunities In India: एक तरफ जहां दुनियाभर की कंपनियां इम्पलॉइज को नौकरी से हटा रही हैं, वहीं इंडिया में जॉब की संभावनाएं बढ़ सकती हैं. जानिए क्या कहती है रिपोर्ट.
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Job Openings In India In Coming Year: आजकल हर दिन किसी न किसी कंपनी से इम्प्लॉइज को हटाने की खबरें सामने आती रहती हैं. बड़ी-बड़ी कंपनियों ने भी छंटनी की है और किसी की भी नौकरी सुरक्षित नहीं दिखती. ऐसे में हमारे देश के युवाओं के लिए ये रिपोर्ट राहत की खबर लायी है. इसके मुताबिक आने वाले समय में भले दुनियाभर में लोगों की नौकरी संकट में आए लेकिन हमारे देश में टैलेंटेड लोगों के लिए काम की कमी नहीं होगी. एक सर्वे के मुताबिक करीब 40 प्रतिशत सीएक्सओज को ये लगता है कि यहां नौकरियों में 5 से 15 प्रतिशत तक की ग्रोथ होगी.
क्या कहती है रिपोर्ट
टीओआई की खबर के मुताबिक बिजनेस और हायरिंग के क्षेत्र में किए गए सर्वे में ये सामने आया कि वैश्विक स्तर पर नौकरियां जाना इस साल की सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आ सकता है. इसके बाद हायरिंग और सही व्यक्ति के नौकरी पर टिके रहने का मसला आता है. इसके बावजूद 76 प्रतिशत लीडर्स को लगता है कि इस साल हायरिंग में ग्रोथ देखने को मिलेगी.
ऐसे लोगों को मिलेगी नौकरी
सर्वे में करीब एक तिहाई से ज्यादा बिजनेस लीडर्स ने कहा की वे हायरिंग के समय सबसे ज्यादा इस क्वालिटी पर ध्यान देंगे कि किस व्यक्ति के अंदर बिजनेस को ग्रो करने की भूख है. हायरिंग के समय ऐसे ही लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जो आपके बिजनेस को ग्रो करने के लिए अलग ही लेवल का उत्साह रखते हों.
क्या मानना है कुछ संस्थानों का
वहीं सर्वे में ये भी सामने आया कि 22 प्रतिशत संस्थान ये मानते हैं कि इस क्षेत्र में आयी अनिश्चितता से हायरिंग प्रभावित होगी. 19 प्रतिशत बिजनेस लीडर्स ने ये भी माना कि इनोवेटिव एबिलिटी को भी हायरिंग के समय महत्व दिया जाएगा. संस्थान अब काम करने का तरीका बदलना चाहते हैं और ऐसे लोगों को चुनना चाहते हैं जो कल के बारे में सोचें. इसका मतलब ये है कि संस्थान ज्यादा रिस्क लेंगे और इनोवेशन पर भी ज्यादा खर्च करेंगे.
कितनों का मानना है कि आ सकता है रिसेशन
सर्वे में केवल दस प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस साल हायरिंग का स्तर गिर सकता है. जहां यूएस, यूरोप और चाइना में लोग नौकरियों को लेकर कंसर्न हैं वहीं इंडियन इकोनॉमी को लेकर इंडिया इंक पॉजिटिव है क्योंकि सर्वे में केवल 9 प्रतिशत लोगों को इस बारे में चिंतित पाया गया. इस साल ई-कॉमर्स, फार्मा और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
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