Career Options With Good Salary: कुछ करियर विकल्प ऐसे होते हैं जिन्हें ज्वाइन करने के बाद अच्छी सैलरी मिलने का चांस बहुत बढ़िया होता है. कई जगहों पर सालों के एक्सपीरियंस के बाद अच्छी सैलरी मिलती है लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां ज्वाइनिंग ही एक हैंडसम अमाउंट के साथ होती है. अगर आप भी ऐसे ही करियर ऑप्शन की तलाश में हैं तो हम लाए हैं आपके लिए कुछ विकल्प. जानते हैं किस फील्ड में जाने के लिए क्या शैक्षिक योग्यता चाहिए और करीब कितनी सैलरी यहां मिलती है. ये एक मोटा अंदाजा है जिसमें बढ़ोत्तरी या कटौती संभव है.


मर्चेंट नेवी


इस काम के नेचर की वजह से यहां बहुत अच्छी सैलरी मिलती है. जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता जाता है और कैंडिडेट, कैडेट से कैप्टन पद तक पहुंचता है उसकी सैलरी भी उसी हिसाब से बढ़ती जाती है. इस फील्ड में जाने के लिए उम्मीदवार का फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से 12वीं पास होना जरूरी है. यहां सैलरी 30 हजार रुपये से 8 लाख रुपये महीने तक हो सकती है.


आईटी प्रोफेशनल


बदला हुआ समय आईटी प्रोफेशनल्स का समय है. सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट से लेकर आईटी सर्विस प्रोवाइडर तक इस क्षेत्र में न जाने कितनी संभावनाएं हैं. यहां डेटा इंजीनियर, क्लाउड इंजीनियर, डेटा आर्किटेक्ट, सिस्टम ​​सिक्योरिटी जैसे कई क्षेत्रों में काम किया जा सकता है. इसके लिए कैंडिडेट का इंजीनियरिंग फील्ड से होना जरूरी है. कंप्यूटर साइंस वाले भी यहां काम कर सकते हैं. इनकी साल की सैलरी सात लाख से पचास लाख रुपये तक हो सकती है.


कंपनी अकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरी


सीए और सीएस एक ऐसा प्रोफेशन है जो कभी डिमांड से बाहर नहीं होता. वे कैंडिडेट्स जो सीए पहली बार में और फर्स्ट क्लास में पास कर लेते हैं उनकी इस फील्ड में बहुत डिमांड होती है. इस फील्ड में जाने के लिए अनुभव भी जरूरी है. सीए के लिए कॉमर्स स्ट्रीम से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किए कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं. इनकी सैलरी सात से सत्तर लाख साल तक हो सकती है.


मैनेजमेंट कंसल्टेंट


इन्हें बिजनेस कोच या बिजनेस कंसल्टेंट भी कहते हैं. इस फील्ड में जाने के लिए मुख्यत: एमबीए किए उम्मीदवार पात्र होते हैं. कई बार अनुभव के आधार पर भी ये पद पाया जा सकता है. इस क्षेत्र में अनुभव का महत्व भी बहुत है. इनकी सैलरी 50 हजार रुपये महीन से लेकर चार लाख रुपये महीने तक हो सकती है.


एविएशन सर्विस


एविएशन सर्विस यानी कमर्शियल फ्लाइंग जॉब एक पायलट के तौर पर. इन्हें शुरू से ही अच्छी सैलरी पर अप्वॉइंटमेंट मिलता है. इस काम में वर्किंग आवर्स नहीं होते लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट के अच्छे अनुभव जरूर होते हैं. इस करियर में इनवेस्टमेंट भी तगड़ा है. कमर्शियल पायलट बनने के लिए और लाइसेंस पाने के लिए 45 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. साथ ही कम से कम 200 घंटे का फ्लाइंग एक्सपीरियंस भी जरूरी है.


इसके लिए मिनिमम क्वालिफिकेशन साइंस (मैथ्स) विषयों से 12वीं पास है और इसके लिए हाइट 152 सेंटीमीटर होना चाहिए. ये इंडियन फ्लाइंग स्कूल का स्टैंडर्ड है. इनकी सैलरी महीने के तीन लाख से आठ लाख तक हो सकती है.  


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