इंडियन रेलवे में ऐसे बनते हैं लोको पायलट, शुरुआत में मिलती है इतनी सैलरी
Loco Pilot Career: शुरुआत में अभ्यर्थी की तैनाती सहायक लोको पायलट के रूप में मालगाड़ी पर की जाती है. जिसके बाद अनुभव के आधार पर पद में बढ़ोत्तरी होती रहती है.

How to Become Loco Pilot: ट्रेन ड्राइवर की नौकरी कई युवाओं को आकर्षित करती है. लोको पायलट के पद पर भर्ती के लिए रेलवे की ओर से भी समय-समय पर भर्तियां निकाली जाती हैं. अगर आपके मन में भी लोकोमोटिव ड्राइवर बनने की चाहत है तो आपके सवालों का जवाब आज हम बताने जा रहे हैं.
भारतीय रेलवे में लोको पायलट बनने के लिए उम्मीदवार को 10वीं पास होने के अलावा आईटीआई पास होना जरूरी है. अभ्यर्थी आईटीआई मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेक्नीशियन आदि ट्रेडों में कर सकता है. रेलवे शुरुआत में केवल सहायक लोकोमोटिव चालकों की भर्ती करता है. जो बाद में अनुभव के आधार पर प्रमोशन पाते हैं. अगर आप आईटीआई पास हैं और लोको पायलट बनाना चाहते हैं तो रेलवे की वेबसाइट पर नजर बनाए रखें. जब कभी लोको पायलट के पद के लिए ओपनिंग आए तो जरूर आवेदन कर लें. लेकिन आवेदन करने वाले उम्मीदवार की अधिकतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए.
आवेदन करने के बाद लिखित परीक्षा देनी होती है. लिखित परीक्षा में सामान्य ज्ञान, सामान्य ज्ञान, गणित, करंट अफेयर्स और रीजनिंग सहित अन्य प्रश्न शामिल होते हैं. यदि आप सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स का अभ्यास करते हैं तो लिखित परीक्षा पास करना कठिन नहीं होगा. परीक्षा में 120 वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQS) पूछे जाते हैं. परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है. प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक चौथाई अंक काटा जाता है. लिखित परीक्षा पास करने के बाद मेडिकल और ट्रेनिंग की बारी आती है. चिकित्सकीय रूप से आंखों की जांच की जाती है. चालक की जरा सी चुक लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है, इसलिए रेलवे का मेडिकल टेस्ट काफी कठिन माना जाता है.
मालगाड़ी पर होती है तैनाती
लिखित परीक्षा और मेडिकल क्लियर करने के बाद उम्मीदवार का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है. सब सही होने पर उम्मीदवार को ट्रेनिंग के लिए बुला लिया जाता है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सहायक लोको पायलट के रूप में तैनाती होती है. युवाओं को सबसे पहले मालगाड़ी संचालन की जिम्मेदारी दी जाती है. जिसके बाद उन्हें पैसेंजर ट्रेन चलाने का मौका मिलता है.
कितनी मिलती है सैलरी
सैलरी की बात करें तो सहायक लोको पायलट की शुरुआती सैलरी 30 हजार से लेकर 35 हजार के बीच होता है. जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता वैसे-वैसे ही पद और सैलरी भी बढ़ती जाती है. प्रोन्नति के बाद असिस्टेंट लोको पायलट, सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट, लोको पायलट और लोको सुपरवाइजर पद तक पहुंच जाता है.
यह भी पढ़ें- हिंदी माध्यम से तैयारी कर कृतिका ने पाई 66 वीं रैंक, इस स्ट्रेटेजी के साथ की थी तैयारी
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
