अब भारतीय महिलाएं भी बन सकेंगी अमेरिका में नर्स, ये संस्थान करेगा हर तरह की मदद
अमेरिका में काम करने का सपना देख रही हैं भारतीय नर्सों का सपना जल्द ही पूरा होगा. जिसके लिए अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों ने पहल की है.
![अब भारतीय महिलाएं भी बन सकेंगी अमेरिका में नर्स, ये संस्थान करेगा हर तरह की मदद Nurses of India can works in america know in details अब भारतीय महिलाएं भी बन सकेंगी अमेरिका में नर्स, ये संस्थान करेगा हर तरह की मदद](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/07/28/f9684d7addcdc7343b71972b054d0e1f1690530345378349_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
भारतीय नर्सों के लिए अमेरिका में नौकरी पाना अब और आसान होगा, अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय ने इसके लिए पहले की है. ये पहल अमेरिका के ह्युस्टन में राजपुरोहित समुदाय ने की है.
गुरुवार को अमेरिका के ह्यूस्टन में राजपुरोहित कम्युनिटी का पहला अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट राजपुरोहित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन "RITE College" और "ह्यूस्टन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ" "HIGH" का शुभारंभ हुआ. दोनों संस्थाओं का उद्घाटन जालोर-सिरोही के सांसद देवजी भाई पटेल के ने किया.
भारतीय नर्स को अमेरिका में ESL अंग्रेज़ी एवं NCLEX की परीक्षा पास करनी होती है जिसकी ट्रेनिंग एवं कोर्स "राइट कॉलेज" करवाएगा. भारतीय नर्स इस इंस्टिट्यूट की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन कोर्स जॉइन कर सकती हैं, इसके बाद एग्जाम की तैयारी के लिये कई मॉक टेस्ट इंस्टीट्यूट की तरफ से आयोजित किए जाएंगे, जिसके बाद ESL और NCLEX के एग्जाम को पास करना आसान होगा और अमेरिका में नर्स की नौकरी पाना आसान हो जाएगा.
भारतीय स्टूडेंट्स को हर तरह की मदद
अमेरिका के ह्यूस्टन में बसे भारतीय समुदाय के डॉ दिनेश राजपुरोहित गांव बागरा जिला जालोर के मूल निवासी हैं. डॉ. दिनेश इस इंस्टिट्यूट के प्रेसिडेंट हैं वह भारतीय समुदाय के कई संगठनों में सक्रिय रहते हैं, डॉ दिनेश राजपुरोहित ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि कैसे ये इंस्टिट्यूट आने वाले भविष्य में भारतीय स्टूडेंट्स को हर तरह की मदद प्रदान करेगा. उनके अनुसार अमेरिका करीब 12 लाख नर्सों की कमी से जूझ रहा है, सांसद देवजी भाई पटेल ने बताया की इस कमी की भरपाई राजस्थान, गुजरात, केरला और भारत के अन्य प्रदेशों से पूर्ति हो सकती है.
नर्सिंग एवं मेडिकल असिस्टेंट के कोर्स ह्यूस्टन इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लोबल हेल्थ के तहत चलाए जाएंगे. बहुत जल्दी दोनों इंस्टीट्यूट को अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट्स को वीजा देने की मान्यता मिल जाएगी. अभी ये इंस्टिट्यूट टेक्सस राज्य वर्कफोर्स कमीशन से मान्यता प्राप्त हैं.
यह भी पढ़ें- ग्रेजुएशन के साथ कर लें ये कोर्स, फटाफट मिल जाएगी नौकरी
Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)