नई दिल्ली: केंद्र सरकार के 8 नवंबर को किए ऐतिहासिक नोटबंदी के फैसले को अब स्कूलों में पढ़ाया जाएगा. इसकी शुरुआत राजस्थान से की गई है. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर आने वाले शिक्षा सत्र से बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम (सिलेबस) में नोटबंदी और कैशलेस योजना को शामिल करेगा.
बोर्ड की सचिव मेघना चौधरी ने आज कहा कि बदलते माहौल में विद्यार्थियों को नोटबंदी और कैशलेस योजना के बारे में जानकारी होनी चाहिए. ऐसे में बोर्ड ने बारहवीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषय की पाठ्यपुस्तक में नोटबंदी और कैशलेस विषय को शामिल करने का निर्णय लिया है. बोर्ड ने इस विषय पर पाठ तैयार करने के लिए सम्बधित लेखकों को निर्देश दे दिये हैं.
मेघना चौधरी ने ये भी बताया कि आगामी शिक्षा सत्र से बारहवीं कक्षा में अर्थशास्त्र विषय लेने वाले विद्यार्थी नोटबंदी और कैशलेस विषय का अध्ययन करेंगे. इस तरह से आने वाले छात्रों को नोटबंदी के फायदे-नुकसान, कैशलेस इकोनॉमी क्या होती है, इसके फायदे, नुकसान या विश्व की अन्य अर्थव्यवस्था की तुलना में भारत में इसका चलन कितना सही है इस सब के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाएगी.
राजस्थान में भाजपा की सरकार है और माना जा सकता है कि भाजपा शासित राज्यों में नोटबंदी और कैशलेस इकोनॉमी के बारे में पढ़ाने से सरकार इसको देश के शिक्षा तंत्र में नए पाठ के तौर पर ला सकती है.